ीदो | Eedo

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Eedo by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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( १७ ) ४ साँप, बाघ, हाथी चार सिंही का भी अच्छे हर पाय से वश में किया जाता है ते बुद्धिमानों का जि का या में कर लेना कान कठिन बात है? । राजा के ही सहारे से बुद्धिमान उन्नति के पाता फ्योंफि मडयायल पर्वत के सिया भार कहां चन्दन उगता । दीं सफ़ेद छत्र, मनाहर थाड़े धर बड़े बड़े मत्त थी सदा राजा कीही टेक बाछा कि फिर आप फ्या करना चाहते हैं ' कने कहा--आज दमारा पिं: स्वाम] दैत डर कर यहाँ बैठा है । इसके पास ज्ञाकर स्भय के के कै सहारा छूँगा । आप किस प्रकार जानते हूं जे [जी मेरा स्वामी भय से डरा हुआ है घदद घाला । इसके जानने में फ्या हैं ? कहें हुए मत का चर भी समक जाता 1 दाथी, घाड़े चढ़ाने का ण फरने से याभ जाते हैं, वुद्धिमान बिना




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