अल्पपरिचित सैद्धान्तिक शब्दकोश | Alpparachit Saidhantik Shabdakosh Bhag-3
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
330
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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११ | औपं, | ओऔचान्द्रकुलीनाचायोभयदेवसूरिसूत्रितविवरणयुत |
ओआऔपपातिकोपाद्नम् । कह आमगमोद्धारक: आ स.
ग. श्रीगष्छाचारप्रकी्णक्म्ू ( गाथा ) । 9 | ञआ, स.
१३ | गणि. | शरीगणिविद्याप्रकीणकम् ( गाथा ) । कं आ स.
१४ | चउ. | ओऔचतुःशरणग्रकीणक्म् ( गाथा ) । का आ. स-
१४ | ज- प्र. | उपाध्यायश्रीश्ास्तिचन्द्रवि हितबृत्तियुत श्री जस्बूही प- ह
प्रक्षप्त्युपाड्म । ञ दे छा जे,
१६ | जीवा. | औमछयगिर्याचाससुत्रितविवरणयुत्त ओजीचाजीवा-
भिगमोपाह्षम् । र हे, ला. मै.
२७ | ज्ञाता- | श्रीचान्द्रकुद्लीनाचा्याभयदेवसूरिसूत्रितविवरणयुत्त
श्रीज्ञाताधर्मकथाडम् । हे आ. स.
१८ | ठाणा. | श्रीचान्द्रकुलीनाचार्याभयदेवसूरिसूत्रितविवरणयुत् !
औस्थानाइसूत्रम् । ञ्र आ स-
१५९ | त. औतन्दुलव चारिकप्रकीणकम् ( गाथा )। 3 आ. स.
२० | तत्त्वा. | भाष्योपेत रीतत्त्वाथसूत्रमू ( अध्याय: सूत्रम् )। 1! ऋ के.
२१ | दश | निथु क्तिभाष्योपेत ओमवविरदद्रिभद्रसुरिविरचित-
विवरणयुत॑ श्रीदशवैकालिकसूचरम् । दर दे. छा. जै.
२० | दशचू | ओीदशवेकालिकचुणि: # दस्तपोथी | जे पु. नं.
१६७३
२३ | दशाश्र.| भीदशाभ्रुतस्कन्धः । 2
२४ | देव. । ओदेवेन्द्रस्तवप्रकीणकम् । आममोद्धारकः। आ.- स-
४५ | नंदी | भीमत्यगिर्याचायविहितवृत्तियुतं श्ीनन्दीसूत्रम्ू । क्र आ स-
२६ | निरय, | श्रीचरद्रसरिविरचितवृत्तियुत श्रीनिरयावलिकापंचकम् ओदा-बि गणी। _ बीर
२७ | नि. अभाध्यचृण्यु पतस्य औनिशीथसूत्रस्य प्रथमो विभाग इस्तपोथी | जे. पु नं. ४८३
प्र
र्ट मर क्र क्र छ्वितीयो ल् जै घु नं.8८७
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२५ | नि.चू छः दा जृतीयो » गा जै चु नं. ४८५
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३० | पड श्रीविमछाचार्यविरचितं 'पउमचरिय! ( उल्लासः ) ओशो इमनजेकोबी. जे. घ.
१ क. के >शेड्ऋपभदेवजीकेशरीमरूजो, रतलाम
२ जे पु. न०-शभ्रोजेनआनन्दपुस्तकालय, सूरत, हस्तपोथी नम्बर
३ वीर ज-श्रोवीरसभाज, अमदावाद.
# सूत्र, निर्यक्ति अने भाष्यगायाना मात्र अतीक छे-
है 5
घ.नभ्रीजैनधम्म प्रसारकसभा, भावनंगर.
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