कवीन्द्रकल्पलता | Kavindrakalpalata
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
30 MB
कुल पष्ठ :
1045
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about रानी लक्ष्मीकुमारी जी - Rani Laxmikumari Ji
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)राजस्थान पुरातन ग्रन्थमाला के कुछ ग्रन्थ
प्रकाशित ग्न्थ
संस्क्रत भाषा ग्रन्थ-- १. प्रमाशमज्जरो-ताकिक चूडामणि सर्वदेवाचार्य, मूल्य
६००॥ ३, यत्तराज रचना-महाराजा सवाई जयसिंह मूल्य १९७५॥ ३. महर्दिवुलवेभवम्-स्व ०
श्री मधुमूदत भोक्ा मूल्य १० ७५) ४, तकंसग्रह-प० क्षमाकल्याण मूल्य ३९००३ ४«
कारकसवधोद्योत-प० रभसनन्दि मूल्य १९७५॥ ६, वृलिदीपिका-प० मौनिहप्ण मूल्य २०० ।
७ दाब्दरत्नप्रदीप मूल्य २०० । ८. इृप्णगीति-कवि सोमनाथ मूल्य १९७५॥ ६ शज्जारहा-
रावलि-हर्प कवि मुल्य २७५। १०. चञ्रपारिविजयमहाकाब्यं-पं० लक्ष्मीधर भट्ट मूल्य
३४० । ११. राजविनोद- कवि उदयराज मू० २'२५॥ १२. नृत्तसंग्रह मूल्य १९७५। १३५
नृत्यसत्नकोश, प्रथम भाग-महाराणा कुमा मूल्य ३१७५॥ १४, उक्तिरत्वाकर-पं० साधुसुन्दर
गरिए मूल्य ४.७५। १५४५, दुर्गापुष्पाजलि-प० दुर्गाप्रसाद द्विवेदी मूल्य ४२५ । १६, कर्ण-
बुतूहल तथा कृष्णलीज्ञामृत-मोलानाय मूल्य १९५०। १७. ईश्वर विलास महाकाव्य, श्रीकृष्ण
भट्ट, मूल्य ११,५०।
राजस्थानी ओर हिन्दी भाषा प्रन्थ -१. कान्हड़दे प्रवन्ध-कवि पद्यताम मूल्य १२ २५।
२. क्यामखारासा-कवि जान मूल्य ४.७५। ३. लावारासा-गोपालदान मूल्य ३.७४॥
४. वाकीदासरी रूयात-महाकवि वाकीदास मू० ५*५०। ४५. राजस्थानी साहित्यसग्रहे
भाग १, मूल्य २२५। ६. जुगल-विलास-कवि पीयल मूल्य १.७५। ७, कवीन्द्रकापलता-
ऋवी द्राचार्य मूल्य २ ००1
प्रेसों में छप रहे ग्रन्थ
संस्कृत भापा अन्थ--१. तिंपुरा भारती सघुस््तव-लघुपडित॥ २ शकुनप्रदीप”
लावण्य शर्मा। ३. करुणामृतप्रपा-ठक्कुर सोमेश्वर। ४, बालशिक्षा ध्याकरण-व्कुर सग्राम-
सिंह । ५. पदार्थरत्नमज्जूपा, १० कृष्णमिश्न | ६. काब्यप्रकाश सकेत-मभट्ट सोमेश्वर । ७. बसस्त-
बिलास फागु। ८. मृत्यरत्वकोश भाग २। ६. नन््दोपास्यात । १०, रत्नकोश | ११, चार्द्रब्या-
करण | १२- स्वयभू छद-स्वयभू कवि । १३. प्राकृतानद-कवि रघुनाथ। १४. मुग्धावबोध
झ्ादि ऑऔक्तिक सग्रह । १५. कविकोस्तुम-प० रघुनाथ मनोहर । १६. दशकप्ठवधम्-प०
दुर्गाप्रसाद । १७ पद्ममुक्तावलो-कवि कृष्ण भट्ट । १८. रसदीधिका-विद्या राम भट्ट ।
राजस्थानी ओर हिल्दी भाधपाप्रन्थ--१- ग्रुहृता नैणसीरी स्थात-मुहता चैश॒सी |
२. गोराबादल पदमिणी चऊपई-कवि हेमरतन १ ३ राठोड बशरी विगत आदि वार्ताएँ।
४, सुजान सवत-कवि उदयराम। ५. चन्द्रवशावली-कवि मोतीराम। ६. राजस्थानी दूहा सम्रह 1
७. वीरवाण-ढाढी बादर 1
इन ग्रस्थोके अतिरिक्त भनेकानेक सस्कृत, प्राकृत, भ्रपश्नश, प्राचीन राजस्थानी भौर
हिन्दी भाषा मे रचे गये प्रस्योका सशोधन झोर सम्पादन किया जा रहा है ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...