सूदबुद सब लंगाकी वारता | Sudbud Sab Langaki Varta
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.95 MB
कुल पष्ठ :
204
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)“प्रथम प्रकाश (९)
२५ चंद्रायणों 'दघ कपडीथपथापियाँ लाचण
'ठगीनिसंक ॥कमरलचकीकामणी भँवरबजाइपंस
भँवरवजाईपंसमिचीज्योकंचली . ॥ रंभामोंडेअं
गअसूंज्योज॑चठी ॥ ठीलीपदमसणनार ॥ यादपिव
आइयो॥परिहापव्यौरंगमें बंगक इंद्ररिसाइयो ३६॥।
॥ अँवरोवेठोकंचुवे पांच रखो भरणाय ॥ मुफ्त
घरयोपुनिषंध्षें तोहि जातसुवावनजाय ॥ ३७॥
॥ वात ॥ रंभानिशंकविरतकरेछे ॥ औरलंच
ककबांगज्यूंछुठेछे ॥ अपरकंचुवेअसुजियोंकि ॥।
पंसभणकारपेंगूंजियौछे ॥ तरेबवरयादआयो ॥
रंभानाचतीढीलीपडी रंगमें अंगपव्यो ॥ जरे इन्दू
कोपनेंजठुदताठकरवाई - तरेरंभावाजंत्रौनेंदीदीक
हेछे ॥ दोहा ॥ चर्णीगइंधौडीरही ॥ जांगें छिन
छिननायं ॥ पातरकरेपखावजीटुकियेकमजुख
जाय ॥ ३८ ॥ बातों ॥ रंभावाजंजॉनेंकरेके ॥.
हेवाजंतरों. - रातवर्णीतोगढ़े औरथौडी रहदीछे ॥
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