षटखंडाग़म | Shatkhandagam

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Shatkhandagam Jeevsthan Satprarupana-1   Khand- 1 Volume-1 Pustak-1 by डॉ हीरालाल जैन - Dr. Hiralal Jain

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(५) (्‌ ० ३ ( # के छ को सिद्धान्त प्रंथोँकी प्रतियोंका इतिहास संग्रह करनेके लिये हमने जो अ्रश्नावडी प्रकाशित की थी उसका जिन अनेक महानुभावोने सूचनात्मक उत्तर भेजनेकी कृपा की । हम उन्हीं उत्तरोंके आधारसे पृर्वोक्त इतिहास प्रस्तुत करनेमे समर्थ हुए, इस हेतु हम इन सजनोंका आमार मानते हैं | धबलादि सिद्धान्त प्रंथोर्क नामावडी --- [4 (् 1 1 प्रति-उद्धारसंबन्धी प्रश्नावठीका उत्तर भेजनेवाले सजनोंकी १ श्रीमान्‌ सेठ रावजी सखारामजी दोशी, सोलापुर न ल्‍प्ण &6 # -«-& ०*% १० ११ हद १३ १४ १५ १५% १७ 71 लाला ग्रदुम्नकुमारजी रईस, सहारनपुर पंडित नाथूराम जी प्रेमी, बम्बई के ७ हि ., छोकनाथजी शाल्वी, मंत्री, बीस्वाणी सिद्धान्त भवन, मडबिद्री डबे्दर पे त्र, शीतलग्रसादजी पं, देवकीनन्दनजी सिद्धान्तशाल्री, कारंजा सिंघई पन्नाछालजी वंशीछालजी, अमरावती पं, मक्खनछाढजी शालत्री, मोरेना पं, रामग्रसादजी शात्वी, श्री, ऐ. प्नालाल दि. जैन सरस्वती भवन, वम्बई पं. के. भुजबलीजी शात्री, जैन सिद्धान्त भवन, आरा पं, दयाचन्दजी न्यायातीर्य, सत्तकछुधातरंगिणी पाठशाढा, सागर सेठ बीरचेंद कोदरजी गांधी, फलंटन सेठ ठाकुरदास भगवानदासजी जब्हेरी, बम्बई सेठ मूलचन्द किशनदास जी कापड़िया, सूरत सेठ राजमछ जी वड॒जाह्या, भेंलसा . गांधी नेमचंद बालचेदजी, वंकीछ, उत्तमानावाद बावू कामताप्रसादजी, सम्पादक वीर, अलीगंज




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