श्रीमददेवीभागवत | Shrimaddevibhagwat

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : श्रीमददेवीभागवत  - Shrimaddevibhagwat

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about पं ज्वालाप्रसाद जी मिश्र - Pt. Jwalaprasad Jee Mishra

Add Infomation AboutPt. Jwalaprasad Jee Mishra

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
ग ट ) हल ४. ५७४०५०0०४! 189092०989990०००० 20220 44 26 666 7 क0: 1 ९ <५॥171 12५३: 7१ 4 न्र्टा रे ; टन ० 6 0 ६ 1] 0 कं ध्य (59 0७. पड ५400. व कर पर 199999009०0७ 19. 19५५0००७८०४०००४७७०६४४७ ! ते 2! कब ओ जी धन केक लिन अ#ब४ न भेज सब जज न ध्ओ रब हे रे भय बर्य सातन्द निवेदयाम:-/'अीमलाण्डिदवय विद्यावार: कविकुलम॒कट 151 ः मारतधर्ममंहामण्डल्महोपदेशकानकसंस्क्ृतग्रन्थानुवादक इत्यादिस्वपराक्रमापार्मि- २६९ 100 तमहामहाविरुदृशालिश्रीयुतपण्डितज्दा छामसादातवर्द मनःप्वेके कोडिया ६ ४ धम्यवादानजवाम । ये श्रीयुतेरुक्तपाण्डतःस्वकायन निर्मेशन चतसा सागर ४४६ कमा संमोदायात्यन्तिकाददाय च॑ सन्दमत्ावा विद्यावद्धनाय थे ९३, ०6 ... पुराणितिहात-पेय-मेबस्तीइ-बोश-काबय-पणू-पाव्कादेकार-संगीद-.... हे बीति-कथागंथाः बहवः छीणां चोपयुर इंथा। दृहण्ज्योतियार्णवनामा 22 4६५१ 'अदत्यतताबद्द, . सरदेल।इकव्यदहारापयागि शीडिझतप 1 +1 2 र श जब [114 ने भाोद॑ परतुमाचार पीचकाभापणदारा जेयमि[ ! 110 .अिहदेशुर (त्टीप) वन्चाल्याध्यक्ष-युप्वह,.0) 1 अ कल लक ध्स्ज्क 2 पी] जी 002 2 न हर के | ८ ३ > (1७2८ ८2 या ५22 +. रे 22045 2 416 ९<53%7761 घल्यद[हू: 16: नन्‍ध(लफैप्ललड ९1७ | 10५४ | 107 भाषाकबीनांसतरामगम्येपपि संस्कृतगैवोणिजसा सवेगार्थ औीसदेदीमायवतस- डी: फर्क अश्याक बुद्लये देद-देशन्त-वरेशाए-ऋगीग-गेव-नंपरुक-ज्यतिप- ६ ' _ बह विवित्रानिनितो5यगएवमंथ:; संस्कतत्ाएया, हिन्दी-गाशेक्यस्यतरमा- 56: 'पापन्थाततत्तच्छाशाबथादुदाइका, चिदाणं, एलकंमरणापयोमिन्यो ४४: क्‍ हे ि ज रवस्वसमयानुत्तरेणोपलब्धंये द पावकादारा देभरणीगोेषस्मि | 8 1. विकरई हू बीपिरितपसकाना भिन्नमिन्नविषयाणा प्ाप- । एपुशसरथ सनन्‍्दरसरलात्यानन्द्व॒पकमापाटीकी 1वरचय्योटुल यशःसमासादि- (४: तम्‌। वयमेतावशविद्यामचारेणनगछितक रश्रीमहुक्तपण्डिताना महू नि शर्मीखस्मार्थनया 2 दीपैमायराशास्महे । बेद चेताइशानिकास्थमकाशनेद दोदोीप्दारदइतानि 1८४ $बहूवि भवेयूरिति । विदहुणगहणकीतुकी-सेतराल सीक्ृष्णदाल, 2३) 1 थी पनीर आवक 1 (७) >स्ेपपाया्ाततत ए. &- 391: हैजनेयशब्बथदा है... >-+-++फंश3परक्‍०१२- न्‍ हर ; प्लस स्पोतिए. 18, ञ्ज5 जा मिलाया बन , | अवृत्ुततक्षान चर हुद्राफ्त्दु री 1104 दे सलाम घट ल्मेन छ्क्रय पं 1५१४ दे हे यत्राशशिचर्तत्तपुस्तकायु पलब्वृस ए्द पैब्यतेया ह्् स्दपरत दा 7 भश ई 2 विवि छुलभयोग्यगोल्येव सीशकाक्षरेः सवच्छोतरगोत्तमपनेए गुद्धितदत्प कै; १88 ४




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now