संस्कृत - पाठ - माला भाग - 8 | Sanskrit - Path - Mala Bhag - 8
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
5 MB
कुल पष्ठ :
470
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)(३०)
द्ाच्द !
करनेवाला घ ह| उत्तम करनेवाला
/स्तोतू ८ स्तुति करनेवाला | सठ -- भरण करनेवाला
धातू ८ धारण करनेवाला निर्मातू+निमाण करनेवार
/ पिचातू # »७ 95 + हर >5 भन्ुष्य
वफक््तू - घोलनेब्राछा +श्रातू 5 भाई
क्षत्त ८ सारथी +जामात ८ दामाद ४
त्वष्ट 5 तखोण देद् देवर -
[+इन झब्दोंके पितृ! शब्दके समान रूप दोते हैं। 1
इन शब्दोंके रूप बनाकर पाठक पूततवत् वाक्य घनानेका
यत्न कर ।
संस्कृत-वाक्यानि ।
१ अस्प पिम्वस्प कः कर्ता अस्ति ? २ जगत्खष्टार
अर पूजयामिं। मे स्तोता इदानीं कि चदत्ति ! ४
घात्ा इद पिश्दे रचितस् । ५ अस्प पिश्वस्थ ईश्थरः+
एव दविघाता आअस्ति | ६ त्तव जामाता कुच गतः ?
» भापा-वाक्य ।
१ इस विश्वका करता कौन है? २ जमत्सष्टाक्षोी में पूजा
करता हूं । ६ स्तुति करनेवाला अब क्या घोलता है ४
घाताने यद विश्व रचा है। ५ इस पिश्वका ईश्वर ही विधाता
है १४६ तेरा दामाद कहें गया है १
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