सचित्र महाभारत्भाशा - टीका भाग - 6 | Sachitra Mahabharat Bhasha - Tika Bhag - 6
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
11 MB
कुल पष्ठ :
441
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ख्र विषयानुक्रमाणिका
अध्याय विषय प्र | अध्याय विप्य ष्र्ह
२४८. दुर्योधन का करण को उत्तर देना । २६२७-२६२० | २६४. जयद्गथ का द्रीपदी को देखना
२४५९. दुर्योधन का प्रायोपवेशन का निश्चय | और पता लाने के लिए कोटिक
करना | २६३०-२६३४ को भेजना | २६९२-१६५९४
२००, क्णैका दुर्योधन को समझाना । २६३७५०२६३६ | २६५. कोटिक का द्वौपदी से प्रश्ष । २६९४०-१६९६
२७३, दुर्योधन का दानवलेक-गमठ ॥ २६३६-२६४० २६६. द्रौपदी का कोटिकास्य फो उत्तर 1१६९६-३६९८
२७२, दानवों का दुर्योधन को समझाना 1१६४०-२६४६ |
२७३. भाप्मकृत करी की निन्दा । २६४६-२६५० |
२७७. दिम्बिजय करके कण का छौटआन।ा २६७०-२६५४
२७७, दुर्योधन की यज्ञ करने की तैयारी | २६०७४-२६७७
२५६, पाएडवों के पास यज्ञ का निमन्त्रण
भेजना ।
२५७, कर्ण का अर्जुन-बध की भत्िज्ञा
करना ।
२६५७-२६६०
२६६१-२६६४
मृगस्वप्तोद्धव पर्व । |
२५८, युधिप्ठिर का स्वप्न देखकर द्वतवन
को छोड़ जाना ।
जीहिद्रौणिक पर्ष !
२५७९, बेदव्यास और युघिष्टिर का सवाद | २६६७-२६७ १
२६०, मुद्ठल ऋषि का ठपाख्यान । २६७१-२६७६
२६१. मुद्दल का देवदूत से स्वर्ग के भुण-
दोषों का विवरण सुनकर, डसे
सुखमय न समझ,वढ़ा ज।ना अस्वी-
कार करना और विष्णु पद पाने
का प्रयत्न करना ।
द्रौपदी-हरण पर्च ।
२६२. दुर्याता मुनि का दुर्योधन के यहा
ज्ञाना ।
२६३. श्रीकृष्ण को कृपा से दुर्वीत्ता ऋषि
की तृप्ति
1
।
२६६४-२६६६ '
२६७४६-२६८२ |
२६८२-२६८६
२६८६ २६९२ |
२६७.
२६८.
२६९,
२७०.
२७१.
२७२.
२७३.
२७०.
२७५.
२७६.
२७७.
२७3८.
२७९.
२८०.
श्ट!्.
जयद्रथ का द्वीपदी के पास जाना । २६० ८-२७० १
द्वीपदी का जयद्रथ को फटकारना | २७० १-२७०५
पाण्डवों का लौट कर भाश्रम में का
जाना ।
द्रौपदी का जयद्वथ को पाण्डवों
का पश्चिय देना ।
जयद्रथ की सेना से पाण्डवो का
युद्ध होना । २७१२-२७२०
जयद्रथ विभोक्षण पर्व ।
युधिष्ठिर के अनुरोध से जयद्वथ
का छुटकारा । है
रामोपाख्यान पर्व ।
माईए्डेय मुत्ति से युधिह्िर का प्रश्न २७३०-२७३२
आमचन्द्र के उप.एयान का आरम्भ २७३२-२७२३४
रावण, कुम्मकर्ण और विर्भाषण
फी उत्पत्ति
ब्रक्षा को आज्ञा से सब देवताओं
का वानर-योनि में उत्पन्न होना । २७३९-२७४१
गम-ल्क्ष्मण के वनवास की कथा। २७४ १-२७५८
सीता हरण की कथा । २७४८-२७५३
कब्न्ध बच २७५३-२७५५
बालो का वध और सुग्रीब से
समचन्द्र जी की मित्रता होना | २७५९-२७१८
रात्रण और सीता का क्षबाद | २७६९०-२७०२
२७०५७-२७०९
२७००-२४१२
२७२०-२७३२०
२७३४:२७२९
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