सचित्र महाभारत्भाशा - टीका भाग - 6 | Sachitra Mahabharat Bhasha - Tika Bhag - 6

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Sachitra Mahabharat Bhasha - Tika Bhag - 6  by माधव शास्त्री भण्डारी - Madhav Shastri Bhandari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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ख्र विषयानुक्रमाणिका अध्याय विषय प्र | अध्याय विप्य ष्र्ह २४८. दुर्योधन का करण को उत्तर देना । २६२७-२६२० | २६४. जयद्गथ का द्रीपदी को देखना २४५९. दुर्योधन का प्रायोपवेशन का निश्चय | और पता लाने के लिए कोटिक करना | २६३०-२६३४ को भेजना | २६९२-१६५९४ २००, क्णैका दुर्योधन को समझाना । २६३७५०२६३६ | २६५. कोटिक का द्वौपदी से प्रश्ष । २६९४०-१६९६ २७३, दुर्योधन का दानवलेक-गमठ ॥ २६३६-२६४० २६६. द्रौपदी का कोटिकास्य फो उत्तर 1१६९६-३६९८ २७२, दानवों का दुर्योधन को समझाना 1१६४०-२६४६ | २७३. भाप्मकृत करी की निन्दा । २६४६-२६५० | २७७. दिम्बिजय करके कण का छौटआन।ा २६७०-२६५४ २७७, दुर्योधन की यज्ञ करने की तैयारी | २६०७४-२६७७ २५६, पाएडवों के पास यज्ञ का निमन्त्रण भेजना । २५७, कर्ण का अर्जुन-बध की भत्िज्ञा करना । २६५७-२६६० २६६१-२६६४ मृगस्वप्तोद्धव पर्व । | २५८, युधिप्ठिर का स्वप्न देखकर द्वतवन को छोड़ जाना । जीहिद्रौणिक पर्ष ! २५७९, बेदव्यास और युघिष्टिर का सवाद | २६६७-२६७ १ २६०, मुद्ठल ऋषि का ठपाख्यान । २६७१-२६७६ २६१. मुद्दल का देवदूत से स्वर्ग के भुण- दोषों का विवरण सुनकर, डसे सुखमय न समझ,वढ़ा ज।ना अस्वी- कार करना और विष्णु पद पाने का प्रयत्न करना । द्रौपदी-हरण पर्च । २६२. दुर्याता मुनि का दुर्योधन के यहा ज्ञाना । २६३. श्रीकृष्ण को कृपा से दुर्वीत्ता ऋषि की तृप्ति 1 । २६६४-२६६६ ' २६७४६-२६८२ | २६८२-२६८६ २६८६ २६९२ | २६७. २६८. २६९, २७०. २७१. २७२. २७३. २७०. २७५. २७६. २७७. २७3८. २७९. २८०. श्ट!्‌. जयद्रथ का द्वीपदी के पास जाना । २६० ८-२७० १ द्वीपदी का जयद्रथ को फटकारना | २७० १-२७०५ पाण्डवों का लौट कर भाश्रम में का जाना । द्रौपदी का जयद्वथ को पाण्डवों का पश्चिय देना । जयद्रथ की सेना से पाण्डवो का युद्ध होना । २७१२-२७२० जयद्रथ विभोक्षण पर्व । युधिष्ठिर के अनुरोध से जयद्वथ का छुटकारा । है रामोपाख्यान पर्व । माईए्डेय मुत्ति से युधिह्िर का प्रश्न २७३०-२७३२ आमचन्द्र के उप.एयान का आरम्भ २७३२-२७२३४ रावण, कुम्मकर्ण और विर्भाषण फी उत्पत्ति ब्रक्षा को आज्ञा से सब देवताओं का वानर-योनि में उत्पन्न होना । २७३९-२७४१ गम-ल्क्ष्मण के वनवास की कथा। २७४ १-२७५८ सीता हरण की कथा । २७४८-२७५३ कब्न्ध बच २७५३-२७५५ बालो का वध और सुग्रीब से समचन्द्र जी की मित्रता होना | २७५९-२७१८ रात्रण और सीता का क्षबाद | २७६९०-२७०२ २७०५७-२७०९ २७००-२४१२ २७२०-२७३२० २७३४:२७२९




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