श्री जयानंद केवलीनो रास | Shri Jayanand Kevalino Ras
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17 MB
कुल पष्ठ :
436
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अडचण पढेछे, वमेनेप्केब्ल्ममा-जन छीपीथी वी७कुछ अजाप्पाछे तेयी तेओने
वाँचवोने सुगम पढ़े एवा इरादाथी अमारा भाह रावसाहेव हरीलाछ छस-
नाल सत्यवादीए हालनी रीती प्रमाणे शुद्ध वाठवोधी अक्षरथी नदमा-
दूना श्रीमत गुछावावैजये ज्ञानखाते काढेला पैसानों सारों उपयाग याय एवं
धारी आ श्री जयानंद केवीनो रास छपाववा बारु करयो हतों परंतु
दैव कोपथी तेत साहेव स्वर्गवाशी थवायी नीचे सही करनार बढ़े आ
अंथपूर्ण करवा्मां आज्यो छे.
अमत जैनधर्मना अनेक ग्रथो छे ते मांहेकों प्रथम गणना करवा छा-
'कआ ग्रंथ छे आ ग्रंयना नायक श्री जयानंद केवरछौनुं चरित्र संवत
'रसेंना शैकामां श्री जैनशास्रना उन्नुतिकारक जिद॒श तारेंगणी आदिक
४ बंयोना कर्ता $:-“, पनखुदर॑द्रि माहाराप शी भाषामां रचेह
* छ परंतु स्यारपछीना घणा जंगोने पद्ययंध पर गे
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ओगां बसोने वे दारू करीने रासरुपे रच्यू छे. ः
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श्री जयानदणी पूर्वक्ृत पण्यानुसारे, स्वेकायनी पति
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