समय से पहले | Samay Se Pahale

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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दौड़ता-भादमी कुद्दासा पसर कर बहुत मोटी परतों में जम गया है तमाम बोरसियों के कोयले फजला गये हैं क्लेबल गरम-छाई से उठता महीन घुआं ! ताप--जिसको खोजने दौड़ता जा रहा आदमी बेतहादा भोढ़कर चादर बरफ की इृष्टियों की भोट बिखरी घमनियों में रक्त-क्रम ठहराव न पकड़े नुकीले पत्थरों की रगड़ से सींचता--परोंचे || सुनततान-विपावान जद्डलों में दौड़ती भाग के ढुकड़े बटोर कजलाये कोयले कोच बीरतप्ियां तेज करता बेतद्वाशा दौड़ता--जा रहा--आादमी ! श्र




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