श्री चरकसंहिता भाग - 2 | Shri Carak Samhita Bhag - 2

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Shri Carak Samhita Bhag - 2  by रामप्रसाद - Ramprasad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विपयाउनुकमणिका । विषय, पृष्ठ कि मार्दृपितृदोपज नपुंसकता बन 1६६४ करलैब्य ( नपुंमकता ) रोगौकी चिकित्सा ... १६६५ बीजोपघात वलेव्यकी चिकित्सा है) घ्वृजभगत्री विकित्सा जरासंभव और क्षयज फ्टैब्यकी चिकित्सा 1६६६ क्त अद्ररोगके सामान्य हैतु और संप्राप्ति.... 7? अदररोगऊे चार भेद शा ०० १६६७ बातजप्रदरके हेतु, लक्षण. ..« मर पित्त प्रदरके देतु, छक्षण .... न» १६६८ कफन प्रदरके हेतु, लक्षण... स्का त्रिदोपन प्रद॒रके हेतु, लक्षण ३०६० ॥ शुद्धर॑जफ लक्षण ..« «« ४“ ., १६६९ प्रदररोगर) चिकित्साका निर्देश हू 3६७० अथ स्तन्यदोप चिकित्सा । स्तन्यदोपोंके देतु ... हा बातादि भेदसे उनके लक्षण ... >«+ १६७१ बातदूषित स्तम्यके दोष... *०० 1६७३ पित्तदूवित स्तन्‍्यके उक्षय..#.. पक कफदूपेत स्तन्यक्रे लक्षण. ..« गुड | प्रिदोष दुषित रतन्य शी »» १६७३ दूषित स्तन्‍्यकी चिकित्सा « ... बल सतन्य द्ोपोंगो पिशेषचिकित्सा नल 1६०५ क्षीरदोपन बालरोगोंशी चि्रित्सा न 1६७८ श्यानका सपगंदार, ,. छू... #« पै६०६ भध्यायका उपणुद्धर है» हनन 1६८० इंति विक्ित्सास्थमकी विपयाउनुफसमिय] । . अथ करपसथान । १ मदन कल्प । पसन, विरेचनड़ी निशक्ते.... ३६८५ एम, रेयक दग्योका फर्म... हे बामझ और पिरियिक दब्य ००० १६६० जांगतरेशफे छ« 9... हर न १६९१ छाूप देएओे छ० ... ० «««० अं %२ शापरणप देश. -«- उ8 डपधि पदणयेंग्य उत्तम भूमि धोचप मय प्रार ८: १६६३ हे विषय, ऑपघ रक्षप विधि... #.. बातरोगोर्मे अनुपात पित्तञ्ज रोगोंमें अनुपान कफजरोगोंमें चिवित्सा चमनकरानेक्ा क्रम वामक योग मत्र हौीनवैगमें क्रिया ««« बसनमें उष्ण द्रब्योमिं मधु देनेकी भार... आठ वामक योग ... चार वामरुयोग एक वासस्योग एक वासकथोय एक वामक्योग..... एक धामस्योग छः बामस्योग बीस वामक्योग *० 1६९८ न 1६५९ डा रु बोस २ मोदक और उत्कारिया बामक्योग 1७०१ एक २ शघ्कुली अपुप्रयोग पंद्द् २ अपूप दाष्कुलीयोग .... घमनके दश योग ... $नफ्लके प्रयोग... अध्यायका उपसहार २. जीमृत कप । जीमूतऊे नाम 'छर पाचयोग एग्योन एुए गुरामण्ड योग... बारदबोगे « राठयोग शाठप्रोग चास्योेग अध्यायरा उपसदार कहा 3, इक्ष्याकु कहप । कडदे तुरेझे नाम और युए - - दूध अदि आठ यो प ४६८ मरउुभ एच्योग, टरूाव एस्येग बरज्ब्ह 1] बृजन3




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