क्योंकि वह जिन्दा है | Kayon Ki Wah Jinda Hai

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Kayon Ki Wah Jinda Hai by सरल विशारद - Saral Visharad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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चाहे तेरा मेरा भाई या मजहब का पहरेदार। चाहे कोई जन प्रतिनिधि हो या कोई यैली-सरदार। अमन तिजोरी सेंघ लगता चाहे कोई खासमखास | माचिस वाले हाथों की मुद्दत से तलाश। हवालात में न्याय बंद है रक्षक कारागारों में। शील हरण सत्ता का होता, मर्यादा के नाटों में | कौन धर्म की ध्वजा उठाए रोक रहा संसद की सॉस? माचिस वाले हाथों की मुद्दत से तलाश। थामे हाथ कदम ताल पै अमन तराना गाना है। आज़ादी आँखों की पुतली, हर पल इसे बचाना है शैतानों के जंगल में भाई चारा भरे उसाँस। माचिस वाले हाथों की मुद्दत से तलाश। ते क्‍योंकि वह जिन्दा है।7




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