श्रीश्रीमदलंकारकौस्तुभ | Shrisrimadaalankarakauastubh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
96 MB
कुल पष्ठ :
595
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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सनोद्क्तिसयी प्रीतिमंत्नी स्पर्शादिकोच्िता १
सनिविकारा सर्देकाभा सा सोहादंमसितीष्यते 411
सेच देवादिविषया रतिभईईंश्च फथ्यते ॥
या सम्प्रयोगजिषया साउप्यचस्थाविशेषत ५
पाकात् घाकानतर झ्ाप्य चरसे पर्यचस्यत्ि १।
बहिरन्नत करणयोदव्यॉपारानतर-रोधकरस् ।
स्वकारणादि-सश्तेधि चसमलूकारि सुख रसः १६
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प्राऊकताप्राकमताभासभेदादेय त्रिधा सतः ३।
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सजातोयथ जिजाज्लीय प्रत्याल्लू्स्बनशिष्यले 1९
अचरोष्टस्फारतया स॒क्कण्पोरेतव विस्फुरत् ।
अल्पघितलाडदिज धंगेरगा उत्तसप्रना स्सित विद ॥
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