खुशबू तो बचा ली जाए | Khushabu To Bacha Li Jae
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
608 KB
कुल पष्ठ :
78
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)खुद भूल रहे अपनी जो राह देखिए
वो हमको कह रहे है गुमराह देखिए
कुछ इस तरह चमन मे खिलाए गए है गुल
होता है चमन किस तरह तबाह देखिए
अब तक डुबो चुका जो कई बार कश्तियों
कहता है पार करने को मल्लाह देखिए
जैसे वो मुद्द थे औ' जैसा था मुकदमा
वैसे ही उन्हें मिल गए गवाह देखिए
वो दावेदार बन रहे है रोशनी के आज
दामन थे जिनके कल तलक सियाह देखिए
रोका उन्होंने लाख नहीं बन्द की ज़ुबा
करता रहा गुनाह पे गुनाह देखिए
शायर पे कल को कोई भी इल्जाम फिर न दे
पहले से कर रहा हूँ में आगाह देखिए
खुशबू तो बचा ली जाए/ 75
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