आधुनिक कुक्कुट पालन | Aadhunik Kukkut Palan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
160
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मुर्गे मुर्गी वी श्रेप्ठता का निएाय करना/|१७
जाते हैं--जिस मुर्गी व मुर्गे के: नम्बर ज्यादा आरावें उसे ही प्रथम, द्वितोय, तृतीय,
घापित क्या जाना चाहिये | काड का नमूना नीचे दिया जाता है --
न 6 8 न 2 का का
मम्बर कह भू 4
सिर की बनावट
आखा की बनावट व चमक | परा को रगत | प्युविक बोन की
बनावट वे आपस
का फासला।
४] हू 1 दे | ७
५ ५ ४ भू
बट की हंड्ठी को | पावा की बनावट | वेट की | शारीरिक | जोड
बनावट व फासला व रग। बनावट गठन
_ ८5 | ६ [६०7३ हू [ है & | १० ११ [| १२
५ भर भर ५ ५५
नोद --समुगिया भ श्रण्डे देने की क्षमता के लिये ही १०० म से ४० नम्बर रसे
जाते है 1
इन ऊपर लिखी वातो की जाच करने ही मुर्भियों की क्षमता का प्रनुमान
लगाया जा सकता है, परन्तु यह परीक्षण एक ही दफा करने से काम नही चलेगा ।
इस प्रकार की छटनी प्राय हर महीने में करते रहने पर अ्रच्छी ही मुरगिया रह
जायेंगी । जिनका अण्डो का औसत उत्पादन अच्छां होगा और बुक्कुटशाला को
फायदा पहुँचाने वाली होगी ।
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