संस्कृत पाठ माला भाग ७ | Sanskrith Paath Mala Vol X I I
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
70
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)( १५ )
पुरुष जिसके ( ऐसा ग्राम )।
२ संचितजर्ल - संचितं जल यस्मिन् -- इकहा किया
है जल जिसमें ( ऐसा पात्र ) ।
३ बहुजन! ८ बहब; जना; यस्मिन् । 5 बहुत हैं
लोग जिक्में ( ऐसा नगर ) ।
ये “द्विपद-बहुत्रीहि ” के उदाहरण हैं । बहुत्रीहमें
विलक्षणता यह है कि जो पद उस समासमें रहते हैं उनसे
भिन्नही अन्य पदाथका बोध उन शब्दोंस होता है । >
४ पीतांगर) शब्द हे ८ ( पीते अबरं यघध्य ) ( पीते )
पीला है ( अबरं ) बख्र जिसका वह पुरुष ( कृष्ण, विष्णु
आदि )पीतांबर शब्दसे बाधित होता है।
यह विशेषता पाठक स्मरण रखें ओर पूर्वोक्त समासोंको
पहचाननका यत्न कर |
संधि किये हुए वाक्य ।
नरेरतुपसेवितान्फलपुष्पेश्नावनतानू.._ बिल्वान--
भल्वातकान्पद्य । सूनमत्र वर्य शक्ष्यामाजीवितृप् ।
एप काोकिलः कूजाति । शिखी ते पग्रतिकूजति । पश्येमं
रम्यं चित्रकूट यस्य काननेषु रंस्थामहे | इति | रम्य
चित्रकूटमासाद्य तत्र. वाल्मीकममिवाद्योपविधविशु) |
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