भगवान बुध्द | Bhagwan Budha
श्रेणी : धार्मिक / Religious, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7.09 MB
कुल पष्ठ :
60
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about श्री चन्द्रिका प्रसाद मिश्र - shree Chandrika Prasad Misr
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हंस किसका ] | ११ कै. 2 22 22222 224 उसके जख्स को धोकर उसपर पह्टो बाँध दी । देवदत्त को जब मालुस हुमा कि उनका शिकार सिद्धार्थ ने ले लिया है तो वे उनसे भ्हगड़ा करने लगे । उचका कहना था कि जिसके बाण से जीव श्राहुत होता है उस पर उसी का झ्रधिकार होता है । झाखेट का यही नियम है । सिद्धाथे का कहना था कि श्राखेट के नियम श्रपने स्वाथ की हृष्टि से बनाए गए हूं । वे युक्त मान्य नहीं हैं । प्रकृति का नियम यह है कि सारने दालों से बचाने वाले का श्रधिकार अधिक होता हैं । संने हुंस की रक्षा की है इसीलिए इस हंस पर सेरा सधिकार हैं। यह तुम्हें नहीं मिल सकता । विवाद अधिक बढ़ा । देवदत सगड़ा करने पर उतारू हो गया परन्तु सिद्धाथ थी श्पनी बात पर श्रड़े थे । भय से वे किसी बात को स्वीकार करन को तैयार न थे । भरत में राजसभा के सामने यह मासला रखा गया । महाराज ने दोनों राजकुमारों को बातें युनीं । विद्वानों श्र मंत्रियों ने भो उन पर विचार किया । सब की बातें युनकर महाराज शुद्धोदन बोले श्राखेट का नियम उसी ससय लायु हो सकता है जब
User Reviews
No Reviews | Add Yours...