तत्वार्थ सूत्र | Tatvarth Sutra Saral Padm Rupantkar

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Tatvarth Sutra Saral Padm Rupantkar by श्री मद उमस्वामी - Shri Mad Umaswami

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री मद उमस्वामी - Shri Mad Umaswami

Add Infomation AboutShri Mad Umaswami

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
हे कु मं मी इसडी अनेक टीबछ इकहब्ब है (औह शिविर | मट्य्य होता है। तथा उतर ता मे ही शाहिद : गद्य में नहीं आ पाता 1 हह74 #ख। ऋतद मे मठ दाद करने के उपर विधय बाधक कैदी धर में सर: शाने रा एक विशिष्ट ही आात> 1 है | तत्व हुत्र पे 17: मर दिर्दी में पथ उद्धरण ४०४ बहा कि दर अधिर प्रमावोस्वादफ प्रना बज हि + 41 हर्ट खार्य सूत्र के सूत्रों को सरल (#४ा आवा भे 4 है भाबरा उत्यन्न हुई। मेरा ॥1र8 जात जाओ मा दीशाओोी का महायसारा सुत्रा १॥ 863 वी आए देने का प्रयाग किया है । २ टिल धुत ह। बडल हवा मय में हो दी गई है, क्वल #/त 6१ /1 4 प्रदिह सूत्र को स्याख्य! में पुरतक बहा जा ॥1 वी है दड़ते मेरे मन मे दरवोर सूर 41 6 क्त३ थ! « करने का दिखार आपा ) कुछ एच 1 6 ५९०॥/ मो मार्ग त्रप साथन मित्र | हाजी जात अम्गु स्ठमा३ तावयथेंडि जात | सम्माइ्शन लिज झवभाव, दा देशदधि उयज 1 नाम विहर्ग 4 द्स्स्लु आदिशाय सु का भार दा पॉलिया कटित था दस कारण अधिकार गूवी क | व! दिया गया है। रद का घट व भो गपा है । अआशुरट में सोम थी १०० धूल हद मर हग पव्य रत बी का आवशत है झखपक 4 विविध सवाई पर ४ वियंबर पट वि र, शराहार पक तथा महाम# 7 अाइडह्यथे ? आारदरा वध टिक ईशा ड़ यह धर वाट एलस'द बंप अर बेर ह कोई वेट॑ विदा? हू




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now