वीर विनोद [पहला खण्ड] | Vir Vinod [Vol. १]

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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भूगोछ 1] वीरविनोद [ उत्तर अमेरिका-99 नरक | नाम नदी .. उस न देश हर वर हे. निसलेका नाम नदी. न रुम्वाई बह | जिन देशोंमें होकर बहती है. | गिरनेका स्थान. साब मीट. जिफान रे १. | नाइठ ३३०० दर दे पुर खाके आसपास चाठे सुल्क. कद कौँगो अथवा जेरी। ३००० न कौँगो फ्री स्टेट न अटठांटिकमहासागर अर रययरनलरन नर नटानम बनना दक्षिणी ्ाफ़िका ७ है? ७ कक केप कॉलोनीके उत्तरमें |अटलांडिकिसहासागर | ऐजून ९ इस महाहीपकी आवोहवा एथ्वीके अन्य भागोंसे चधिक गरस है. यहांपर | | खासकर दो ऋतु अर्थात्‌ गर्मी और बरसात ही होते हैं झरदी कम पड़ती है. ं यहांके करीब करीब तमाम बाशिन्दे असभ्य और जंगली हैं और उनका | मज्दूब यातो मुसल्मानी या मूर्तिपूजक हैं. चूना ए2282045ननगणएणानत अमेरिका --एस्‍प्2020#8260नएएएणय इस खंडके दो विभाग किये गये हैं जिनको उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका कहते हैं. ( उत्तर अमेरिका ) इस खण्डकी जियादहसे जियादृहद ठम्बाई ४४०० मीठ और चोड़ाईं ३००० टू कर पवडिडडनापपलििपिजथ सेसेरि शी दूपसरसाररियासाासरसससससयसससससससससससाससाससससससससससससससा




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