जातकतत्व प्रारम्भः | Jaat Katav Prarambh

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Jaat Katav Prarambh by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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विषय कोठकियोग आलसीयोग क्ापकितायोग खल्वाटयोग शोभननेश्बयोग बंदब॒द्‌ लोचनयोग मिलिताक्षयोग विकछनसनयोग मंदलोचनयोग सकनेबयोग भेन्नरीगी अंधयोग निश्वाव्योग मेत्रमाइयोग बामनपेघातयोंग दक्षनशैेघातदाग नूपकोपसेनेत्रोप्पाटनयोग नेज्नपमादयाग कागयोग इपविफागपोग बपिरपेनत क्यच्छदुपोंग नाशाछेद्योग झुझदधपपाग मंकयोंग ( गुगा ) शगस्बर याग पर्दा सतपभद्धपाग दुम्नश्च याग दाधमप्रपोत ई#स्द्ोदोपपीस गदगदबाशइयाग सराहा दद्पवाकुपाग (४) चू० छ्र्‌ ३ क्र छह ८ रद | <६ <३ <ज विषय पु दतविकार योग <७ इस्तनाड़ा इस्तपीडायोग.. <७ छुब्जयोंग [ कबड़ा ] ८८ कठिनचित्तयोग <८ विरुद्धचित्तमोग छः अंडवू द्धयोग क् जंवाक्षतियोग <९ चंगुयोग ष इनसेविशेष क्यादेखना 5४ द्ारीरलश्नणपरसे लग्नचंद्र है ओर ग्रदोकीपरिक्षा ६६ मेपराजी बेन च््‌ दुपभगजी अर दे भिथनराशी » 81 करेराशी +» ५३ सिंहराशी _ +* 5४ नया राशी » 1 लुझ रफ्ती ॥ 5५ बूध्िक राशी ५ ५९५ धनराशी +# हि मकरराशी +» भर छंभराशी # बज मीनराशी +# लक ग्रदपरीक्षा पृष्ठ ९७ से १९०६ हे /ः अवथपनावबंक, | धर्नायोग 1 स्वस्पयपनीयोग ३०८ सडुधन या महाथनीषोग '| मदखनिष्फेश योग श्र द्विक्तइश्र निष्केशयाग ११. अयतानिष्फेश योग जे अपतापिद निष्केशवोग. १,९




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