चुप क्यों हो कोई बात करो | Chup Kyon Ho Koi Bat Karo
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
475 KB
कुल पष्ठ :
98
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)स्वयं गो झोर नहीं सताऊँगा
भौर फिर हाँ भौर फिर
सारे प्रणों के बाद
कितना हो भधीर
फिर, फिर
पाता हैं स्वय को
तुम्हड्द्ता
भनी प्रकार जानते हुए
कि सुम घर मे नहीं हो
फभी यी चली गई हो
शायद
ये भी एक तरीका है
तुम्हारे सा प्रिष्य को
जीने का ।
चुप बयो हो कोई बात वरो
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