श्री दशवैकालिकसूत्र भाग १ | Shree Dashvaikaliksutram Bhag-1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
20 MB
कुल पष्ठ :
728
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about घासीलाल जी महाराज - Ghasilal Ji Maharaj
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)सत्वार सुधीभां भदार पडेक्षां शख्रो
हैः
१ श्री 8पास४ इशंण सुन पडेधी जावृती 'जक्षास
२ , इशवैधशलिष्ठ सुन भाण-१ पंडेधी जावृती जतास
3 » विभा5 सत्र गंडेधी जावृती 'भशास
४ ५» खायारांग सत्र भाग-पे पढेद्दी जावती जद्षास
प ५» खबतप्रत भछेधी जावती जात
है +, शावश्य४ यडेधी जावृत्ती णक्षास
७ ,, शतुत्तरेषपाति५ 3-<-०
€<€ » ः्शश्रुत रनन््ध ७-०-०
€. # लिश्यावश्षिष्र सुन (भाण १थी पथ) ७-८-०
१० , ध्शवैध्ञि. भाण-२ णीमे ७:८5 ७
९९ » उिपास5इशांग णी९७ जावृती.. ८-८+०
पेश , जायारांग भाग-२ णीजोे १०-०००
१३ » द्शवैध्ञक्षि८: भाण-१ णजी९9 जाबुती. १०-०-०
(डाक्षमां छपाय छे.)
९६ श्री जायाशंण जाथ-१ के णी९७ गावृती
२ +» विप$ सुन ञ छ
3 » सन॑ंतप्ठतत हा न्
४.» सावश्यह के ह
प् , उपवषाएं खुल
६. » खलायाशंग भाग-अन्ते
9 जैदप खुल छूटी पाना
छाप भार तेयार छ
१ उत्तशब्यायन खुन २ नन्हीं खुन . 3 जाता संत ४ समवायां+ सुतर
पे अक्ष व्यापरणु सुत्र ६ अदयेशद्वार सुत्र ७ शयपसेशी सुन ८ स्थानांथ सुत्र
नननपपपप्प+--+-ाा.....
ने<;-धारडपरना श्रीशुत शेह माशुध्वाब से... मडेता परशथी शेड खुन्ननी
असिद्धि भांटे ३. 3००० त्रणु छब्यर समितिने ता, १०-प-पछ ना
हिने भण्या छे. ते भारे तेमना जाली छीखे,
User Reviews
No Reviews | Add Yours...