योग्वासिष्ठे | Yogvasishthe
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
23 MB
कुल पष्ठ :
252
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जाहिरात।
(गीता चिदधनान॑दस्वामिकतगगृढार्थदीपिका मूल अन्वय पदच्छेदस-
हित भाषाटीका की. ८ रु० (गीता आनंदगिरिकृतभाषा दीकासह )
की, ३२० (पंचदशीसटीक) की. २॥२ ०(द्वादशमहावाक्य विवरण) की. ४
आ,(शिवस्व॒रोद्य भाषादीका)की, ३१२आ.(शिवसंहिता)भाषार्टका यो
गशात्व की. ३ ० (वेद्ंतरामायण ) भाषादीका की. १॥ रु० ( श्री-
रामगीता ) भाषाटकि पद्पकारिका अनुवाद समुच्रय ओर विषमपदी स-
हित की० < आ० ( अपरोक्षानुशाति ) सटीक की. ८ आ, (वेदांत
ग्रंथचकस वाक्यसुधारसः हस्तामलकःगीवोणपंचकम मनीषापच्क
इमे सदीकाः ) की. ८ आ० (वाशिष्ठसार ६ प्रकरण) की. २॥ रु०
( न्यायप्रकाश ) परमोचम चिद्धनान॑दस्वामी रत की. ७ २० (पंचदशी )
भाषा वेदान्त आत्मस्वरूपजीकृत की. ४ रु (रागरलाकर राममाला
सहित ) भजन गानेका अति उत्तम की. २२० ( विचारसागर ) निश्चल
दासजी रत की. २ ₹० ( जेमिनीयअश्मेधभाषा ) परम मनोहर दोहा
चोपाई छन्दबद्धमें ग्लेज रु. १॥ रफ्कागज की. १॥ रु. ( हनुमन्नादक
रामगीत ) भाषाकविहृदयरामझऊत अति ललित सवेया कवित्तादि छेदबद्ध-
में अति उत्तम है. की. १। २० ( एकादशस्कंध ) भाषा चतुरासकृत
ओरावक विलाप्त की. ३ २० ( सूर्यपराणादि ) १९७ रलको अतिउ-
त्तम कागद ओर अक्षर की. ८ आ#» (वेदांतसारभाषादीका ) छप
रहाहे की. १२०( भीवाल्मीकिरामायणमलसंस्कत ओर भाषादीका
सह ) अत्युत्तमछपरहाहे तथा केवल (भाषा वाल्मीकिरामायण ) भीछ-
परहाहे जिसमें प्रतीकके लिये आदिअंतका छाकगी लिखाहे व सम्पर्ण
होककिअंकदिखेहवें। .. पुस्तकमिडनेकाठिकाना
सेमराज-श्रीकृष्णास
श्रीवेंकटेश्वर'छापाखाना-सुंबई
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