बृहदसराजसुन्दरं | Barhadsarajsundram

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Barhadsarajsundram by श्री शंवन्दे- Shri Shavande

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री शंवन्दे- Shri Shavande

Add Infomation AboutShri Shavande

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
बृहद्रसराजसुन्दर अनुक्रमणिका ; प्रु० ६२४ १२२ पिनाक ददुर नाग बच्चाश्रक दिगापरत्व अश्रक भूमिलक्षण 9) मारणाथे श्रश्नक लेनेकी विधि ,, अश्युद्ध अश्रक मारणकें ठोघ३२६ ऋष्रक शोवन $ बान्याश्रक करण विधि अ्श्रक्त सारण धिधि १० पुट्की भस्म ६० पुटी भस्म ४१ पुटी भस्म सफेद अश्रक्की भस्म सहस्त पुटी भस्म 8 । 97 919 35 १ १९८ ते 9१9 १३० ३२ कार्यपरत्व पुट सख्या. १३४ साधना और पुटोक्षा निर्णय १३४ अभ्रकसत भसस्मकी परीक्षा अम्तती करण सताभ्रकके गुण पक अभ्रक भस्म के अनुपान १३९ अभ्रक सत्वकी विधि | हर १३६ । सत्वयकणोको एक्न्रक्रना १३७ | अभक सत्यको साथा विधि | अभ्रक सत्व का शोधन ,, श्रभक सत्व का सारण ६३८ सत्व का मद (नरम)क्रना ,, अनेक्द्र तियोकोमिज्ञापक १७१ | ह तियो वो दुर्घेट्व कथन ,, अभ्रस्की वेधी फ़िया हा अभ्रकु से पुट देनेफे गुण १४२ शअ्रश्रस्कत्प मी छ.म्नफ सेवन में अपथ्य ५४३ अपक अश्नक भच्ण के दोष ,, उस दोषकी » एत्ति विषय हरिताल दरिताल के भेद पिडतात्त पत्रत्ताल गोदति कदाली 9 सारणयाग्यद्रितालफेलक्षण ,, हरिताल के गुण श्रशुद्द हरिताल के दोष नाम भेद कथन दरिताल श धन हरिताल सारण भस्म परीक्षा भस्स के ग्रण हरिताल के अ्नुपान दरिनाल सत्वक्ों विधि सत्वके गुण आर अनुपान१७८ दरिताल की योजना अशुद्ध इरिताल के बोष ,, >जझुद्ध दोषो की श्ाति १६६ तथाद्रिताल भच्ठण॒सेपथ्यापथ्य अंजन ( सुरमा ) अजन के नाम अजन के भेद सोवीराजन रसाजन सखोत्ाजन पुष्पाजन नी लाजन झ्रजन शुद्धि श्र जनसेसत्वनिकाल ने की विधि ० १) । १९ १3 भ्द््ह ३१ १9 १६१ होराकसीस हीराकसीस के सेद शोघन 4५/७ | पछुछठ पद्र ६६३ हक. | विपय हीराक्सीस सेवन दीराकसीस के गण होराफ़्लीस का सत्वपातन गेर्कि (गेरू ) गेरिक शोधन गेरुके गुण पारेम मिलाप करना उपरस डपरसों का शोधन हिशुक्ष बनाने की क्रिया. ,, हिगुलके भेद ९६७ त्रिविच हिंगृलके न्यारे ? भेद ,, हियुल शोधन । दिंगुल मारण दूसरो विधि मतातर से शोघन । हिगल्पाऊ दिगुलमारणकी चतुर्थ विबि1६७ दिगल क श्रजुपान आर गुण ,, दरद ( दिगुल) के गुण. ,, अशुद्र हियुल क्दोष. १६८ अशुद्ध िछलफे दोषोंकी णशाति,, टकण ( सुद्दागा ) सुह्दागे के भेद सुद्दागेकी शुद्धि १ - अजीत सुद्दागे के गुर अशुद्ध सुद्दागे के दोष तुरटी (फिटकरी) | | 1 १६६ क्‍ फटक्रीके सेठ | | १६६ टकरी का शोधन सर्वपातन फेटफरी के गुण मनसिल्त सतलिलकी निरूक्ति मनमिल के भेद




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now