विद्वद्विभूति | Vidvadvibhuti

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Vidvadvibhuti by अज्ञात - Unknown

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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बापूदेव शास्त्री र्३ २००) २० दिया करेंगे । उक्त महाराज के जीवित काल तक यह सहायता ग्रतिदष मिलती थी | शात्नरी जी के दिवंगत होने पर शातञत्री जी के सुयोग्य शिष्य पं० चन्द्रदेव पंडया, पं० विनायक शास्री वेताल तथा पं० महादेव शास्त्री घाटे द्वारा सं० १९८० तक इस पच्चाज्ञ का निरन्तर प्रकाशन होता रहद्दा किन्तु इनके कथावशेष होने पर शास्त्री जी के चुत्र पं० गणपति देव शाख्त्री ने इस पश्चाह्न का सं० २००८ तक अवचिच्छिन्न रूप से ग्रकाशित किया । इस के पश्चात्‌ सं० २००९ में इस पश्चाह् का स्वत्वाधिकार उत्तर अदेशीय शासन के अधीन होने से उत्तर ग्रदेशीय शासन द्वारा पं” गणपतिदेव शात्त्री के संपादकत्व में इस पश्चाक्ञ का प्रकाशन अब तक हो रहा हें। आपने संस्कृत, हिन्दी, अंग्रेजी इन तीनों भाषाओं में पांडित्त्यपूण पुस्तकें ल्खिी हैं । आपकी हिन्दी रचनायें:--- १ व्यक्त गणित भाग २। २ बीज गणित भाग २। ३ भूगोल वर्णन । ४ खगोल सार । ५ फलित विचार । ६ पश्चक्कोशीमाग विचार । ७ सायनवाद । आपकी संस्कृत रचनायें:--- १ सिंद्धान्तशिरोमणि टिप्पणी सहित । २ मानसन्दिरवणन । ३ प्राचीनज्यौतिषाचार्याशयवणन । ४ तत्त्वचिवेकपरीक्षा भाग २ । ५ विचिच्रप्रश्नसंग्रह ( उत्तरसहित ) ६ अतुल्यंत्र । ७ गोलप्रकाश । ८ संरलबत्रिकोणमिति । ५९ नूतनपशच्चाइनिर्माण । आपकी अंग्रेजी रचनायें:--- १ सूयसिद्धान्त की उपपत्ति सहित अंग्रेजी अनुवाद । २ श्री लान्सलिट विलककिन्सन्‌ साहब के सिद्धान्तशिरोमणि के गोलाध्याय के अंग्रेजी अनुवाद पर टिप्पणी । भरन . ज्योतिष शास्त्र के अर्वांचीन इतिहास में म० म० पं० बापुदेव शास्त्री की महत्ता प्रदर्शित बजिये । 2, एं० बापुदेव शार्टी का जीवन चरित लिखिये 1 रच न>-990-.-




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