श्री वैशेपिक दर्शन | Shri Vaishepik Darshan

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Shri Vaishepik Darshan by प्रभुदयाल - Prabhudayaal

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about प्रभुदयाल - Prabhudayaal

Add Infomation AboutPrabhudayaal

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
वैशेषिकदर्शनका सूचीपत्र. विषय._ पृष्ठ, पद, भ्मेग्याख्यावप्रतिज्ञ | «५ ब« नग हे ऋण #ीऔ... ४ ४ ६ घमेका लक्षण. «0 ज़एण #गभ नह«आ हब # हा. ५. ६ बेदके प्रमाण द्वेनेका वर्णन... ५... न्७ >> $७ न ७ ६ पट्पदायके तलशनसे मोक्षका वर्णत. ... «७ «« *». 6४८. ९४ ड्रब्योफा वर्णन «० ब«ू ब»ण नणभ हब नह» 522] १»... १० गुणोंका सह्धान «० «%« «७ ब>«आ बनआ *«» - ११ $८ फर्मका बरणेन.. «० ब्भ न हक. «0 “॥ -»« १३ ९१७ इच्यमुणरमेका सामान्य ठक्षण ... «७. «« ««« *«» १३ हि द्ब्यगुणका साधम्येवर्णन ४8 बिसक 2०8 हबगा॥त कब्गी।. बुंढा. द्रव्य अन्पदब्य व गुण अन्यग्रणके आरेमक ह्ोनैक़ा वर्णन... ३६. $३ कर्मकर्मसे साध्य न होनेका वर्षद,,, «४ «० हू» ह0. १९ १७ इच्यफी फार्य व काएणवाश नहीं करता यह पेन...» «» २९ ४ गुंण कोये थ फारण दोनेति नाशक प्राप्त होता है इसको वर्णन... ३३.१ कर्मका अपने कार्यसे नाश द्ोनेका वर्णन... .... ४.० * १२१ ७ इम्यफा दक्षण ७०६ «० ००६ «००४४. 4६०० ७. अब २३१ १५ गुणका छक्षेय ««६ $%«. «६०४ +० ४०४» ४६०५ ००+ श्र श्र८ट क्रमश छक्षण.. «५ «०५ «०० «० «० *« «« २५. १६ दब्यके सामास्यकारण दोनेशा वणेद . «० «०० बआ +» ३६. $ गुणका सामान्यकाएण होनेका वर्णत. ««७« $« ७ *७० «२६ ८ संयोग आदिका समान कारण कर्म होनेका वर्शत. ७» *&. र८. ६ ऋमेदव्योंका कारण मे होनेसा वर्क... «2 हू. #«आ.. २८ १५ अब्योफा फार्यद्रव्य होनेका वर्णन... ७७ «« * | *ू ३० ३ | करमेंका कार्य कर्म न दोनेका वर्क. «० ब« न भ ही... ३०. १३ ट्वितआदि अगैरु इच्योंशे छाये होनेरा बेन «० «० #>. ३३६. ५ क है




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now