संस्कृत पाठ माला | Sanskrit Paath Mala

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Sanskrit Paath Mala by दामोदर सातवलेकर - Damodar Satavlekar

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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पचना । पाठकों ! यह तृतीय माग आपको दिया जाता है। पूर्ववत ही इसका अध्ययन आप कीजिये | बीच बीचमें ऐसे पाठ रखे हैं किजो केवल संस्कृत” के द्वी दें । वे पाठ यदि आप- के बमन्नमें आगये, तो आप यह समझ सकते है कि, उच्च पाठ तक का भाग आपको अवशत हो चुका है, परंतु यांदे थे पाठ समझसमें नहीं आये, तो आपको पूर्वेके पाठ पुनः देखने चाहियें। इस युक्तिसे आप अपनी परीक्षा भी कर सकते हैं ओर शाप्र आगे भी बढ सकते हैं । स्वाध्यायमण्ड ल, लेखक ओध (जि, सातारा) + श्रीपाद दाशोदर सालयब्ठेकर ११ज्यप्वन सवत्‌ २९८५९ 115 7 2७ तब 07 कह एकता: पिज्जा 75 7 दर 5 5 3: छ / पकाने )-३०९.७७ अब ६. न्‍पाहनया क करनआमकना 'किज-फे-+ 2९ कपउक-जीर 44-4० +#र ताक “फुल /+7क-)ैवफ-् (करन कक टमट०> 0 पर्व, कान मिनिट के वक-ककैर०-+ +मककक नी -ऊम- >र ०) सॉपिकीतनए०अपमनायकननय कुक... डक कह जीती. सुद्कक ओर प्रकाशक--श्री पाद दामाद्र सातवत्ठेकर, स्वाध्यायमंडल, भारतमुद्रणाल्य, ओंघ, ( जि, सातारा, ) रन +५ ना लिजनशन ऑजिडजओओ अभजरखिनण- 3 अन्‍क-े। पब्लली। अगन्‍ जज रा कलम क>.. 08 मर... नमामि के4 मक्का. ५.3 के मे५. ०७. कुकेदक +ाने पिजलि-न्‍मन कर मम्मे. .+० टन की जा बक का.. ओम हक नयगे.. %. «कक नहीं. # अनशन लिनकन न जग. बा नमन 3 हर आन पाए अमन उनक++ +




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