अथर्ववेद गृहस्थाश्रम भाग - 3 | Athrvaved Grihasthashram Bhag - 3
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
295
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पिपयाजुब्रमणिका (५)
विषय चू् / दिपय प्र
फाम (का ९ सू २) $०% |. बुसबन और फ्रैपूप ले
काम ४“ | सुख-असति-सूकत [का १, ये ११) 1४३
प्रकशशक्ति + 2| खछुख-प्रसुति-सतत ॥४५
कामका कवच /१६ |. प्नरसूति प्रकरण धर
कामाक्षिका शमन (का के मू २१) ४७ |. ईशमक्ति श्ष्ष
काममाप्निफा शमत ४7० | देबोका गयएों विकाप्त 8]
काम्ामिका ख़रुप ९ |. उभवती सी श्द्
काम क्र इच्छा 3२० |. गर्भ 3६
कामको दाहकता ४२९ | सुख-असूतिक हिये शादेश मर
न दुधनेवात्य २३ |. धाईडी सट्टायता 14६
हृदका रथ जर सूचता 1४६
काम तिका उपाय />« | रकस्राव बदू करता (का १, सू १७) 18७
कामका वाण (का रे, सू २५) 5२४ | रक्तस्नाष बद करना श््७
कामकां बाण २५ |. धाव सौर रेक्तसाव १४३७
विरुद्धपरिणामी भड़कार 3२७ | दुममांग्यदाडी सी 1८
कामका बाण 1२६ |. विषवाक़े दर श्ष्ट
पतिपत्तीका एकमत #7# | रकद्भाव बढ करनेजी औषधि (कं 8 ६ ४४) १४८
पाने का गुण 5२७ | रक्तस्राव भौर बातरोग 18९
भूदस्य घत 7५८ |. ब॒क्षोंकी दिला १४५
थीर पुत्रफी उत्पत्ति (झा ३, सू २१)... १०८ | नवजात वालक (का ७ पे ११०) 1४९
बीर पुत्रकी उत्पत्ति १०९ | सतातका सुख (कां ७, यू. 7११) 1५७
वीर पुनका मेसव $०६ | घसके बालक (फा ७, मू ८१) 7४6
गर्भधारण (छा ५ यू ९५) २३० | घरके दो धाहक मर
गर्मकी सुरक्षितता हे | जगत स्पी घर ह्ण्र
गर्भधारणा (का ९, सू १७) 1३२ | अपती शत्तिप्ते छेटनेवाओे बाठफ कण
गर्भदोद-निवारण (रा ८, सू ६) 3३३ | खशकियें बता 1७५
गदोप-विद्मरण +३८ |. दिखिजय ५९
पयूतिके दोष >डेट |. बषदद़्ो प्रफाश देना १५<
भचारोंका गायत 220 |. कठ़ै-यहा भाग का
गच्छरके शर्त ह४० | छद्ों 7०३
मधारेंकि स्थात हट दुश्का नाश फ्ण३
रोगक्रिसियोंके राम १४१ |. दिय मोडन !््
दिंग बज 7४8१ | झुडनत ( ख् ६, स् ६८) एप
पिग्यजके गुण ६४० | मेला बधन (का ६; दू १३३) 1०2
पुश्तवत (का ६ सू ११) १०२ |. मेखटय बधन ग्श्
पुल्तवत श्र. कटिवदुणा श्श्दू
१४२ | काम्रक्ते वापस मेले (कां ७ यू (रे०) 7०६
निश्चयसे पुश्रकी उल्लाति
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