अथर्ववेद गृहस्थाश्रम भाग - 3 | Athrvaved Grihasthashram Bhag - 3

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : अथर्ववेद गृहस्थाश्रम भाग - 3  - Athrvaved Grihasthashram Bhag - 3

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्रीपाद दामोदर सातवळेकर - Shripad Damodar Satwalekar

Add Infomation AboutShripad Damodar Satwalekar

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
पिपयाजुब्रमणिका (५) विषय चू् / दिपय प्र फाम (का ९ सू २) $०% |. बुसबन और फ्रैपूप ले काम ४“ | सुख-असति-सूकत [का १, ये ११) 1४३ प्रकशशक्ति + 2| खछुख-प्रसुति-सतत ॥४५ कामका कवच /१६ |. प्नरसूति प्रकरण धर कामाक्षिका शमन (का के मू २१) ४७ |. ईशमक्ति श्ष्ष काममाप्निफा शमत ४7० | देबोका गयएों विकाप्त 8] काम्ामिका ख़रुप ९ |. उभवती सी श्द् काम क्र इच्छा 3२० |. गर्भ 3६ कामको दाहकता ४२९ | सुख-असूतिक हिये शादेश मर न दुधनेवात्य २३ |. धाईडी सट्टायता 14६ हृदका रथ जर सूचता 1४६ काम तिका उपाय />« | रकस्राव बदू करता (का १, सू १७) 18७ कामका वाण (का रे, सू २५) 5२४ | रक्तस्नाष बद करना श््७ कामकां बाण २५ |. धाव सौर रेक्तसाव १४३७ विरुद्धपरिणामी भड़कार 3२७ | दुममांग्यदाडी सी 1८ कामका बाण 1२६ |. विषवाक़े दर श्ष्ट पतिपत्तीका एकमत #7# | रकद्भाव बढ करनेजी औषधि (कं 8 ६ ४४) १४८ पाने का गुण 5२७ | रक्तस्राव भौर बातरोग 18९ भूदस्य घत 7५८ |. ब॒क्षोंकी दिला १४५ थीर पुत्रफी उत्पत्ति (झा ३, सू २१)... १०८ | नवजात वालक (का ७ पे ११०) 1४९ बीर पुत्रकी उत्पत्ति १०९ | सतातका सुख (कां ७, यू. 7११) 1५७ वीर पुनका मेसव $०६ | घसके बालक (फा ७, मू ८१) 7४6 गर्भधारण (छा ५ यू ९५) २३० | घरके दो धाहक मर गर्मकी सुरक्षितता हे | जगत स्पी घर ह्ण्र गर्भधारणा (का ९, सू १७) 1३२ | अपती शत्तिप्ते छेटनेवाओे बाठफ कण गर्भदोद-निवारण (रा ८, सू ६) 3३३ | खशकियें बता 1७५ गदोप-विद्मरण +३८ |. दिखिजय ५९ पयूतिके दोष >डेट |. बषदद़्ो प्रफाश देना १५< भचारोंका गायत 220 |. कठ़ै-यहा भाग का गच्छरके शर्त ह४० | छद्ों 7०३ मधारेंकि स्थात हट दुश्का नाश फ्ण३ रोगक्रिसियोंके राम १४१ |. दिय मोडन !्् दिंग बज 7४8१ | झुडनत ( ख् ६, स्‌ ६८) एप पिग्यजके गुण ६४० | मेला बधन (का ६; दू १३३) 1०2 पुश्तवत (का ६ सू ११) १०२ |. मेखटय बधन ग्श् पुल्तवत श्र. कटिवदुणा श्श्दू १४२ | काम्रक्ते वापस मेले (कां ७ यू (रे०) 7०६ निश्चयसे पुश्रकी उल्लाति




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now