शांकर - भाष्यलोचन | Shankar Bhashyalochan

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Shankar Bhashyalochan by गंगाप्रसाद उपाध्याय - Gangaprasad Upadhyaya

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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है [ भूमिका वेदान्त दर्शन के शांकर भाष्य के अध्ययन में हमको जो कुछ सूझ पड़ा उसको हम शांकर-भाष्यालोचन के रूप में जनता के समक्ष रखते हैं। शांकर-भाष्य के उद्ध,त करते हुये हमने वेदान्त दर्शन के अध्याय, पाद, सूत्रों के वे अड्ढ दिये हैं जिन पर शंकर स्वामी का भाण्य है। ओर पाठकों की सुविधा के लिये निशंयसागर बम्बई की प्रकाशित 'अह्म-सूत्र शांकर-भाष्यम्‌ सटिप्पन॑ मूल मात्रम द्वितीय सस्करण शाके १८४६ सन्‌ १६२७ के पृष्ठ दिये हैं | गंगाप्रसाद उपाध्याय




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