धर्मशास्त्रीयन्यवस्थासंग्रह | Dharmashastriyavanyavasthasangrah
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
13 MB
कुल पष्ठ :
829
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)व्यवस्था-पच्च-संख्या-8 १३
सेठीर कन्याके विवाह करियाछिल, ऐ वस्वोरामके आपन
पुत्र करिया लदया समस्त धन, बसख्र ओ ओगाहि कुदीर' कार-
चारेर कत्तो कर््याछिल। यथा बस्तीराम आपन जीवदशापस्यन्त
ओगाहि ओ गयरहेर कारवार करियाछे, ऐ घस्तीरामेर म॒त्यु पर
अर्डेक' ओगादि कारवारेर आज्लाम गुल्ु बाबु करियाछे, झो
बस्तीरामेर अर्द्धजा हिस्पार आज्ाम ताहार पुत्र जगुल्लाल ओ-
दीदिन्न दशुलाल दियाछे । यथा ओगादिर कारवारे अनेक टाका
महाजनेर देना हृदयाछिल दसुलाल आपन मातार अलक्कार
बिक्रय करिआ महाजनान् देनाते दियाक्े | एइ क्षणह महा-
जचनान् देना बाकी आछे इति। किन्तु इज्रेजी १८१३ साक्षर १७
आपरेल मासेर ६ओया प्रवनसन फोटेर रोबकारिते मुद्दाआलेहे-
व्गेर डकिल एड विपय जिज्ञासाकालीन ये आपन जवाब
दाबिते लिखियाछे ये थ्स्तीरामके ऐ वस्तीरामेर माह्मा( ता )
सही हरनाथ सेटीर' स्री आपत पुत्र करिया लइयाछे। जखन
ऐ घस्तीराम अन्येर सन््तानेर मध्ये दाखिल हइल गुलुर मृत्युर
पर बस्तीरामेर पुत्र जणु शुल्लुर उत्तराधिकारित्वे कि प्रकार
आदालते हाजिए हुइया मकद्सार सओयाल जवाब करियाले ।-
जथाव दिलेक ये बस्तीराम आपन मर्दा ता )मद्दीर दत्तक
ह॒इआ छिल ना, जवाव द्ाविते सहक्कमे लेखा गियाछे, ओ वस्ती-
राम आपन जीवदशाय आपन पृत्र जगुके गुल्र स्थाने सम्रपनः
करिया छिल, ओ एड द्ेतुते जगु गुलुर उत्तराधिकारित्वे आदालते
द्ामिर हृइया नालिप करियादिल इति। अर्थात् गुद बाबु सुदृइ-
मिवनजिशुल्वा ओ दोरदान खातुन मुदाआलेद्देदिगेर मकइमाते ये
मौजे मकरिया ओ अनेर ए विवराबत ऐ गुलुर जीवदशाते सदर
पाटनाए आदाकते तजबिजेर निचे छिल | ऐ गशुल्लुर उत्तराधिकारि
१, पाटीर ।
२, भद्दे का
३, सेटी ।
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