धर्मशास्त्रीयन्यवस्थासंग्रह | Dharmashastriyavanyavasthasangrah

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Dharmashastriyavanyavasthasangrah by सुभद्र शर्मा - Subhadra Sharma

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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व्यवस्था-पच्च-संख्या-8 १३ सेठीर कन्याके विवाह करियाछिल, ऐ वस्वोरामके आपन पुत्र करिया लदया समस्त धन, बसख्र ओ ओगाहि कुदीर' कार- चारेर कत्तो कर््याछिल। यथा बस्तीराम आपन जीवदशापस्यन्त ओगाहि ओ गयरहेर कारवार करियाछे, ऐ घस्तीरामेर म॒त्यु पर अर्डेक' ओगादि कारवारेर आज्लाम गुल्ु बाबु करियाछे, झो बस्तीरामेर अर्द्धजा हिस्पार आज्ाम ताहार पुत्र जगुल्लाल ओ- दीदिन्न दशुलाल दियाछे । यथा ओगादिर कारवारे अनेक टाका महाजनेर देना हृदयाछिल दसुलाल आपन मातार अलक्कार बिक्रय करिआ महाजनान्‌ देनाते दियाक्े | एइ क्षणह महा- जचनान्‌ देना बाकी आछे इति। किन्तु इज्रेजी १८१३ साक्षर १७ आपरेल मासेर ६ओया प्रवनसन फोटेर रोबकारिते मुद्दाआलेहे- व्गेर डकिल एड विपय जिज्ञासाकालीन ये आपन जवाब दाबिते लिखियाछे ये थ्स्तीरामके ऐ वस्तीरामेर माह्मा( ता ) सही हरनाथ सेटीर' स्री आपत पुत्र करिया लइयाछे। जखन ऐ घस्तीराम अन्येर सन्‍्तानेर मध्ये दाखिल हइल गुलुर मृत्युर पर बस्तीरामेर पुत्र जणु शुल्लुर उत्तराधिकारित्वे कि प्रकार आदालते हाजिए हुइया मकद्सार सओयाल जवाब करियाले ।- जथाव दिलेक ये बस्तीराम आपन मर्दा ता )मद्दीर दत्तक ह॒इआ छिल ना, जवाव द्ाविते सहक्कमे लेखा गियाछे, ओ वस्ती- राम आपन जीवदशाय आपन पृत्र जगुके गुल्र स्थाने सम्रपनः करिया छिल, ओ एड द्ेतुते जगु गुलुर उत्तराधिकारित्वे आदालते द्ामिर हृइया नालिप करियादिल इति। अर्थात्‌ गुद बाबु सुदृइ- मिवनजिशुल्वा ओ दोरदान खातुन मुदाआलेद्देदिगेर मकइमाते ये मौजे मकरिया ओ अनेर ए विवराबत ऐ गुलुर जीवदशाते सदर पाटनाए आदाकते तजबिजेर निचे छिल | ऐ गशुल्लुर उत्तराधिकारि १, पाटीर । २, भद्दे का ३, सेटी । +




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