अथुर्वेद ब्रह्मविद्या प्रकरण | Athrvaveda Brahmavidya Prakaran Bhag-1
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
10 MB
कुल पष्ठ :
368
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about श्रीपाद दामोदर सातवळेकर - Shripad Damodar Satwalekar
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रपम काण्दमें ४ मन्त्रेंके सूचत
>प
अधधंधेद- ब्रह्मदिधा-प्रकरण
साम
कन्या
पुष्टिकर्त
धाउुबाचन
धमनौबेधन
अलक्ष्मोनाशन
शयुनिवारण
शतरुनिवारणं
शजुनिवार्ण..
हृदे।गकामिलानाशन
बेतकुप्ठनाशन
खेतक४नाशने
जवएनाहमे
धामप्राप्तिः
खसत्ययन
रक्षोप्न
राष्ट्रमिवर्धन प्रपत्नक्षमर्थ
दौर्घायु
पाशमोचने
मदृदअझ
भाप,
मधुविया
दीर्षायु
श्र न्ध्ा
री | [6 ७ छल 09
१.
नरम
घिछ हूं 1
1
द्वितीय फाएड
नाम
परम घास
मुबनपति.
«6
भर
| ०0 .& 05 ०8 ०08 00 ,. ०0 50 60 6०ए 08 ०02 00 0 ०0 68 ४८ ०० ०० ०७ ०९
ष्
५
मं
शै
0 ७ 6-ता.6 ०0 +० 7
नाम ह
आज्तावभेषज
दौर्घायु
इन्द्रस्य वीयीणि
सपत्नहा अ्रम्ति
शापमेोचर्न
क्षेत्रियरोगनाशम
दीर्घादु
पाशमोचन
अयश्ाति
दा्रनाशने
दार्घायुः
दस्युनाशर्न
भमयप्राप्त
सुर
यलप्राप्तिः
शहूनाशने
श्ुनाशने
शरधुनाशन
झनुनाशर्न
दापुनाशर्न
शध्रनाशर्न
शाग्रनाशने
पृश्षिपर्णी
पश्ुसव पैन
शाप्रुपराजय,
दीर्षायु
दोर्घादु*
डामिनीमनो5मिमुणो रण
कृप्रिज्ष॑सने
सूमिजभर्न
यह्ष्मविवईण
पश्त
विश्वर्घ्मा
पहिदेदन
| ७ | +# & # े ॑े ७&छ -+& 6.४ <& ७ < <& जद डजशजना- ५७ < ७ + «४ €& - 6 छा न न
न
०5
०]
User Reviews
No Reviews | Add Yours...