षटखंडागम भाग 12 | Satkhandagama Bhag 12
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
34 MB
कुल पष्ठ :
560
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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१८ प्रथम असंख्यात- प्रथम संख्यात-
र८ फिर प्रथक प्रथक् फिर पूर्वमें प्रथक्
३ थज्ना परुवणा थलपरूवर्णं
प्रष्ठ १७६ के आगे १६६ से १७६ १७७ से १८४ प्रष्ठ तक पढ़िये
तक के स्थानमें
अर्सेंदिद्वीए संदिद्वीए
६ णवर्खडयाम- णवखंडायाम-
४ “एंदस्स एद्स्स
११ खेचं पादेदुण खत्तं [ पादेदण
# “खंडायाम॑ तच्छंदण -खडायाम॑ खंच॑ ] तच्छदूण
७ ८
१६ अनन्त भागसे अधिक अनन्तभागबद्धि
» असंख्यातवें भागसे अधिक असंख्यातभागबृद्धिका
२७ असंझुयातवें भागसे अधिक असंख्यातभागबृद्धि
» संख्यातवें भागसे अधिक... संख्यातभागघृ द्धि का
२१ संख्यातवें भागसे अधिक. संख्यातभागबद्धि
» सँख्यातगुणा अधिक संख्यातगुणबृद्धिका
२७ संख्यातगुणा अधिक . संख्यातगुणवृद्धि
» असंख्यातगुणा अधिक असंख्यातगुणइद्विका
३१ असंख्यातगुणा अधिक असंख्यातगुणब द्वि
» अनन्तगुणा अधिक अनन्तगुणबड्धिका
२२ जाकर संख्यात- जाकर ( १६--४ ) स झूयात-
१ रुवेण कंदएण रूवेण एगकंदएण'
१६ और काण्डक् ओर एक काण्डक
१ अशुष हिभावण अगुवाहिभावण'
७-पहवणासंपद्धा त्ति १ “परूवणा णासंबद्धा वि।
२६ अनन्न्तभागबृद्धि -अनन्तगुणवबृद्धि
रप८ प्रकार न होकर - प्रकार हीकर
1९: 4 संख्यातवृद्धिस्थान । संख्यातभ्चागवृद्धिस्थान
पू कणि ह काणि
३३ भावविधान ११३-१४ इति पाठः 1 भावविधान २०४,
२७ चरस ह त्रिचरस 8.0.
१८ अधस्तन अष्टांकके -, अधस्तन ऊवकके
२ एगं चेव तमेगं चेव
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