बहादुर टॉम | Bahadur Tomp

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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बहादुर टॉम र्‌्३ 00-8-0-0-0-9-0-5-२२-७-०-९०-००-९००-२७०२--००९०-६०००५०-२७२२०७०-००-२०-१-२०००००२५००:कन- टली -+0- टन 0-०० बाइवल के पदों के पाठ के बाद मिस्टर बाह्टर्स का प्रवचन झारम्भ हुआ । उनके प्रवचन के बीच बराबर फुसफुसाहट होती रही । प्रौर उस्त समय तो फ़ुसफुत्ताहुट अपनी चरम सोमा पर पहुंच गई जब जेफ थेकर के साथ एक श्रघेड़ व्यक्तित ने चर्च में प्रवेश किया | उस व्यक्ति के साथ उसकी पत्नी झौर लड़की भी थी, जिसे देखकर टॉम के मन में गुदगुदी होने लगी । उत्फुल्लता भर उठी उसके मन-मस्तिष्क में श्लौर वह उस लड़की फा ध्यान झाकृष्ट करने के लिए तरह-तरह की विचित्र हरकतें करने लगा 1 मिस्टर वाल्टर्स ने श्रपना भाषण समाप्त करने के बाद उन नवागंतुकों का परिचय दिया। वे थे न्यायाधीश थेकर, जो भिस्डर जेफ थेकर के हो भाई थे । वे बारह मील दुर कानहटें- टिनोपुल से वहां श्राए थे । यह सुनकर लोगों पर बड़ा प्रभाव पंड़ा-यमें सज्जन ती दुनिया घूसे हैं, बहुत कुछ देस-सुन चुके हूँ । मिस्टर बाल्टर्स बहुत प्रसन्‍न थे । कमी केवल यही रह गई थो कि बाइबल का पुरस्कार प्रदान करने फा अश्रवत्तर हाथ लगता नहीं दीख रहा था । थे भ्रपने सबसे प्च्छे शिप्यों के बीच घूम-धृमकर पूछ रहे थे । कुछ के पास दो पीले टिक थे, किसीके पास चार। पूरे दस दिकट क्सीके पास न थे । मिस्टर वाल्ट्स की सारी ग्राशा जातो रही, किन्तु तभी टॉस साथर उठ खड़ा हुआ 1 उसने नो पीले टिकट, नो लाल टिकट झौर दस नोले टिकट निकालकर सामने रख दिए झौर छाव्जल वा परस्कार मांगा | जैसे वच्ध पिरा मिस्टर वाल्टर्स




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