श्रृंगार निर्णय | Shringar Nirdaya

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Shringar Nirdaya by भिखारीदास - Bhikhari Das

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about भिखारीदास - Bhikhari Das

Add Infomation AboutBhikhari Das

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
ज्ड्ारनियय । १५ ठोढ़ी वणन | न काक्यो महा सकरन्ट मलिन्‍्ट खस्थों किघधों संजुल कंज-किनार । चंद में राइ को दंत खज- ग्यो के गिरी ससि भाग सोहाग लिखारे ॥ दास रसीलौी कौ ठोढ़ी छबौलो की लौलो कौ बिन्दु पे जाइथे बारे । मित्र को दौठि गड़ी किघों चित्त को चोर गिखो छषिताल गडारे ॥ जि अ्रघर वर्णन - कबित्त । एरी पिकबेनो टाइम पटतर हैपे जब लघब तेरे सुंदर अधर मधुरारे को । दाख दुरिजाय मिसिरौओ सुरिजाय केसे कंद कुरि जाय सुधा सटक्यों सवारे को ॥ ललित ललाइ के समान अलुमाने रंग बिस्वाफ़ल बंघुजौव विट्रस बि- चारे को । तातें इन नासनि को पहिलोडई बर्ण कहें मुख मूंदि मूंदि जात बरननवारे को ॥ . दखन वणन | बिघु सो निकासि नौकी बिघि सो तरासि कला सेैकरि सवासों बिधि वत्तसों बनाय है । हासहो में दास उजराईइ को प्रकास इोत आ- वनलललयलयददवनलपथननाराापरगपपरलतरसवततररतपमवरसवन,




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now