मैं गीत सुनाता जाऊँगा | Main Geet Sunata Jaunga
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
954 KB
कुल पष्ठ :
114
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जागो | जीवन जाता है
रात दिवस घटि-पलछ के पस्तो पर बैठा
जागो ! जीवन जाता है
जिद्दी मन को साथी मेरे, समझा लो
बहफे मन को साथी मेरे, समझा छा
मैं जो गाता गीत नियन्त्रण के प्रतिपठ
आओ, मेरे साथ जरा तुम भी मालो
सपनों वा आयाटाययुसुम इस दुनिया में
वहाँ विसी को बाओ तो मिल पाता है ?
जागो | जीवन जाता है
व्यर्थ गया हर-पठ भय वा उत्पादव है
भोले भाले अन्तर का उन्मादक है
साधक वन हर पल को व्यर्थ न जाने दो
अर्य को अपने मत अनथ पथ पासे दो
सोपी ये उर में मोती मुस्बाते है
पल के पट में हीख दट गाता है
जाया ! जीवन जाता हूं
में मौत गुनाता जाऊपा ] [१३
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