श्री सङ्घ पट्टक | Shri Sangh Pattak
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
132
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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श्री सक्षपष्टक के द्रव्य साहाब्यक महादायों की शुभ नामावलीः-
४५०) बाद प्रसलचन्दत्ी वोधरा ..« के अर कलकत्ता ।
२७५०) वाव गोविन्दवन्द जी शुस॒ ..«« हे हद कलकत्ता |
२७०) महामपुंद श्रीसद्र के सानखाते से-
हम्1-ट्रण वध न्ढ पाृचा हम कक क्हशक महांगपूंद |
१०१) स्० युलाव्रचदती सेठिया स्मर्णार्थ-
तत्पुत्न तेममलजी सेठिया.... सि .«. बालाधाद |
१०१) श्रीयृत सुखलालनी जमकऊग्णजी चोपड़ा »« राजनांदगांव ।
१५१) खुशालचंद छुणावत घर्मपत्नी सोमाग्यवती मंग्ुत्राई नरसिंद्पुर |
२१) एक घाई की तरफ से नासिदपुर |
२०१) श्री छोटमलजि भनमालीजि की सौं० चेपाबाह, म० नागपुर
१००) सेठ सोमागमलजि तथा महेन्द्रकृमारञ्ञि डागा प्रु० हिंगणघाट
झुद्रक
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शाह गशुलावचंद लब्लुभाई,
श्री महोदय प्री प्रेस --भावनगर |
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