भृगु संहिता पद्धति | Bhrigu Sanhita Paddhati
श्रेणी : ज्योतिष / Astrology
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
34 MB
कुल पष्ठ :
714
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)मेषलग्नान्त रमी मफकरलूम है९
की हानि पाने वाला और सुखशांति व मकान भूमि आदि
की कमी या लापरवाही महसूस करने वाला, भाई से कमी
पाने वाला, आडम्बरी धर्म वाला होता है ।
जिस व्यक्ति का मकर का मैंगल लग्न से दसवें स्थान
में हो तो वह मनुष्य अपनी देह शक्ति
के बल से महान् प्रभाव पाने वाला तथा
| आय और जीवन की दिनचर्या में
महान गौरव व प्रभत्व प्राप्त करने
वाला भौर पैतृक पुरातत्त्व की महान्
शवित पाने वाला तथा स्वाभिमान और
अहंक[र को महानता प्राने वाला और राज, समाज में नाम
व इज्जत पाने वाला' तथा महान कर्म करने वाला और
प्रभावशाली देह वाला तथा स्वेच्छा, व स्वतन्त्रता पूर्वक् अपनी
हुकमत से काम लेने वाल्यू और मात॒ स्थान व सुख शांति
की लापरवाही रखने वाला और विद्या बुद्धि के अन्दर बड़ी
भारी गढ़ यकक्क्तियों व आत्मबल की शक्ति से काम लेने
वाला तथा माता पिता की परवाह न रखने वाला संतान
चाहने वाला क्रोधी होता हैं। ,_ है
जिस व्यक्तिं का कुम्भ का मंगल लग्न से ग्यारहवें
नं० ३५ स्थान में हो तो वह मनृष्यं अपनी देह
के' परिश्रम से खब लाभ पाने *- वाला
तथा लाभ के संबध में बड़ी कढ नीति
से काम लेने वाला और आय का लाभ
पाने वाला तथा पुरातत्त्व का छाभ पाने
वाला और धन स्थान में कुछ.हानि
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rakesh jain
at 2020-11-23 10:32:26