अमरकोश | Amarakosha
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
14 MB
कुल पष्ठ :
402
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about रविदत्त शास्त्री - Ravidatt Shastri
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)प्रयम काण्ट-दिग्बग ३। १७
ताम्रकर्णी श॒ुश्नदन्ती चागना चाज्ननातरती ।
क्लीवाव्यय त्वपादिश विश्योमेध्ये विदिक् खियाम ॥ ५॥
अभ्यन्तर सन्तराढ़् चक्रवाल तु मण्डलम् ।
अश्ने मेघो वारिवाह' स्तनयित्नुबंछाहक ॥ ६ ॥
घासपरों जलवरस्वडित्वान्वारिदो5्म्बुमत् ।
घनजीमूतमुदिरजल्मुग्धूमयोनय' ॥ ७॥
काद्म्विनी मेथमाढ़ा त्रिषु मेघमवेषभ्रियम्र ।
स्तनिर्त गरर्जित मेपनियोपे रासितादि च ॥ ८ ॥
शपाशतहृदाह्मदिन्यैरावत्य क्षणप्रमा ।
तडित्सीदामनी विद्यचश्चवला चपछा आपि ॥ ९, ॥
स्मूजयुवेद्ञनिर्धाप मेघज्योतिरिस्मद' ।
इन्द्रायुव शाकब॑नुस्तदेय ऋजुरोध्ितिम ॥ १० ॥
ऋमसे दिग्गज अर्थात् विशाजॉको धारण करनेयाटरक ह | अश्र्ु, के
पिला, गला) अनुपमा ॥ ४ ॥ ताम्रकणी, झुश्नदन्ती अगना, अज्जना
बत्ती ये आठ (ख्री० ) नाम दिग्गजोकी हायिनियोँंक़ ह। अपडिण,
विविश् ( जान््त ) ये ठो नाम दिश्याओके मध्ययाली दिशाफे ह। तहाँ
अपदिशशब्ठ ( न० ) और अव्यय हं आर विदिर इब्न (सश्री-)
है ॥ ५॥ अभ्यतर, अन्तगढ य ढो ( न० ) नाम भीनर अयफाशक हू ।
चक्रगाछ, मटर ये दो ( न ) नाम मण्टर अथात् घेरेंफ € | अञ्र (न२)
मंघ, वारियाह, स्तनयित्तु, पराहक ॥ ६ ॥ घाराधर, जरघर, ताटदिरच्त,
( मतान््त ), वारिठ, अउभृत् ( तानन््त )) धन, जीमूग, झुदिर, जग्मुच
( चान्त ), चमयोते ये पद्ह ( पु० ) नाम मेपफ्रे € ॥ ७॥ फाठसियनी,
मेघमाटा ये दो ( ख्री० ) नाम नेषकी फक्तिफ है । मेषमें जो हो उसे
सभ्रिय कहते हु और वह तानो एिंगा है | जगे-। जश्विया साप, अ
मिय सासार , अश्य जम्म् ? इन वाक्योम खीं।टग, प्राटग, सपुमक
लिग क्रममे ह | स्तानेत, गाजव, रजित आउडि ये तीन ( ७४८ ) पाम उेपड्रे
गजनेके है ॥ 4 ॥ जपा, शत्ल्लदा, ह्ारिनी ऐगत़्ती, लणभ्रग्ग तटितु
( तात ), सीदामनी, विद्यप् ( तान्त ), चश्चला, दा ये दण (सी )
नाम बिज्टीज हु ॥ ? ॥ सफ्तद) दह्नियाप ये दो (एप. ) नान यदक
३ नमो ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...