तत्वनुशासन | Tatvanushasan
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
208
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
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। न कीतियाने | ।
। ।
ओरण ( अहमदाबाद ) निवासी ख्वर्गाय '
॥ श्रीमान् शेंठ मोतीचेद्रं साकलच॑द्रजीकी धर्म पत्नी
! ज़डाव बाईने पांचसी रुपये ज्ञानावरणीय क्मके
क्षयोपशमाथ शासत्रोद्वार “करनेके छिये 'दिये थे '
। उसी द्रव्यसे इन अश्रुतपू्व तीनों ग्रेथोंकां हिन्दी
अनुवाद भूल सहित प्रगट किया गया है।..'
'. यद्यपि इससमय, उक्त दानक्षीला बाई अपनी : मु
प्रयमें/नहीं है तो! भी उसके नाप और अनुकरणीय
दानको ये ग्रन्थ कोतित करते ही रहेंगे। |
60. इन ग्रयोंकी न्योछावर हरथाक्े नियमानुसार ला- |
६ यात मात्र सखी गई है । पूरी रकम २४ आनेएर फिर ।
भ्रन्य दिसी ग्रग्थकां जीणोंद्धार होगा इस तरह एकबार ।
दिये गये दानसे सेकडों वर्ष पथेत गेनशा्रोंढ़ा चार होता
रहेगा अत! इस परियादीसे राम उठानेकी एच्छा रहने: |
वाले भायोंकी अपनी रशक्ति. अनुसार किसी. भी एक |
) गे शासक उद्धार करनेके लिये सहायता देनी.वाहिये। |
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