इन्द्रधनुष के पार | Indradhanush Ke Par
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
598 KB
कुल पष्ठ :
100
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)तस्वीर
फ्रेम मे लगी तस्वीर मुस्कूराती है।
तस्वीर की आँखे मुझे ही देखती रहती हैं।
तस्वीर मे चेहरा है
यौवनमयी नारी का।
पर उसने खो दिया है
अपने अस्तित्व को।
स्वय को टुकडा मे बॉट दिया ह।
वह अनेक सम्बोधनो से घिरी हुई है।
समस्याओ के भवरजाल मे उलझी हुई है।
उसका चेहरा जर्द हो गया है
जगह-जगह से उसमे चिटखाव आ गया है।
वह उस भग्न इमारत की तरह है
इन्द्रघनुष के पार 9
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