नमस्कार स्वाध्याय | Namaskar Swadhyay

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Namaskar Swadhyay  by धुरन्धर विजयजी - Dhurandhar Vijayji

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about धुरन्धर विजयजी - Dhurandhar Vijayji

Add Infomation AboutDhurandhar Vijayji

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
हा मे रा १ 11 1111_1 1 1 1 1 | /2। 1/+# है 1 1 हर मर है 1, । चत्तारि मगल- अरिहृता मगल, 17 सिद्धा मगल, स्राहू मगल ! /| केवलिपन्नत्तो. धम्मी मगल॥ ' स्थ्थमटी | ] किवनपानन»प+- न्‍. ५८) ५21 | चत्तारि लोमुत्तमा - । ः हक ' > 1६1) 4० अरिहता (को ण 1 नशा 3३७०क ०» अल. 1 अ जी नरबन त>स७क_.... ->-वन “टी “7४० ४१8७-०७ बा. नतताओ+ -3ीननोओ..............>-++ - + “ +__+*- जता # 3. अनशन मान कनन+-तमाक... >करी कि. >> २... ए०। ऑननजनजन-ड ५ >> “छइ७छ ॑»ू हर न्न्मी बन लोगुत्तमो; /.. चत्तारि अपण गतंज्जामिं 1 अरिहते सरण पवज्जामि: | |केकलफेत धमग रण प सरण पवज्जामि, साहू सरण पवज्जमि केवलिपप्नत्त धम्म सरण पवज्णामि॥ किलर “कक पतन“ क०«.. जा, नजपणा/#पराटनकर ज्ज्थण्क 1 दर “४ । हा] | ++ जय समन, अमन कक. च्क ने ०, कह नजदीक + कल्‍न्‍्कानगींगए, न] न यकीन न. की जिओ >> यथिज- कया देव बन के जज नचअव- ड़ ' खिर हम. 4 | शक का ७५२७ --५ »# - “०-२७ पी न रन--3>+-+++>ा+त ४ ४ £ 8 3] | 12४5 हि डा पक का गए ब्क्लकड़ए 1० से से कट २.५६ 3 6 9 >ाझ 5 छ १ कलह 4 जि ट्रक का ाट्ां | 1 (12210 0, शा जे थे | कट ६ ) ५] 13 मिशिीण आयलाएआाआलश मथुरायागपरमध्यस्थापितमड़रूपार




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now