श्रीमद्भागवतमहापुराणम् | Srimadbhagawatamahapuranm Khand-2

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Srimadbhagawatamahapuranm Khand-2 by अज्ञात - Unknown

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about अज्ञात - Unknown

Add Infomation AboutUnknown

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
हाथते छूटकर योगमायावा आशाशर्म श्रीहरिः विषयसूची पर्याय विषय पृष्ठ सख्या नवम स्कन्ध १-बैबसखत मनुफै पुत्र राजा सुुम्नती बधा * २-रपप्न आदि भनुके पाँच पुनोंचा वश नहा ७ ३-महूर्वि च्यवन और सुकन्याका चरित्र राजा झर्योतिका बश श्डड अु इन्‍्नामाग और अम्परीपरी क्या हल जुछ ५-दुर्बोसाजीकी दु सनिदृत्ति हम शेहे ६-इब्बाकुफे बशका वर्णन) मान्धाता और सौ्भरे ऋषिरी कथा “** २६ ७-णजा विद्या और दसिश्रिन्द्रयी कथा ह्ह्हः डुंड <-सगर चरित्र ह््ड गा पट, ९-भगीरय-चरित और गड्गावतरा न हर १०-भगयान्‌ भ्रीरामरी लीछाओया वर्णन... *** ४५ १६-भगवान्‌ श्रीरामकी देष लीलाओंका वर्णन *** ५३ १२-इष्थाउुवशके शेष राजाओंका वर्णन न ७८ और-राजा निमिरे वशया वर्णन ४६९ [४-चम्द्रवशका वर्णन हु ४४% दूर १५-ऋ चीफ जमदरग्नि और परद्षुरामजीका चरित्र *** ६७ +र-परथुरामजीके द्वारा क्षत्रिय-सहार और + विश्वामियजीने बशरी कथा ७२ *9-क्षतवृद्ध, रजि आदि राजाओंफे वश वर्णन ७६ (न्ययाति-चरित्र अड्डे *ः ए८ १९-ययातिका यग्रहत्याग जप ४० 2. २०-पूछके वश, राजा दुष्यन्‍त और भस्तके । परित्रता वर्णन २8 हल ८७ (-भस्तवशस वर्णन, राजा रन्तिदेवकी कया * ९२ २-पाश्चाछठ, कौैरध और मगधदेशीय राजाओंके | बशझा वर्णन «०० नव ९६ ४अक दुह्मु, व॒वंधु और यदुके वशका वर्णन *** १०१ ४! ि वशका वर्णन ** नल श्०्ड । दुशम स्कन्ध ( पूर्चाध ) ) पे द्वार प्रथ्यीको आश्वासन; वसुदेय | का विवाह और कसके द्वारा देवकीके + १. पुरोंद्ी हत्या ब्न्न कक श्श्र ६ ज्गवानका शर्म प्रदेश और देवताओंद्वारा पट बे मेख्तुति, ग >न्शर्थ >#गयान्‌ श्रीक्षष्णका प्राऊस्थ + १२८ अध्याय विषय पृष्ठसख्या जाकर भविष्यवाणी करना *** * १३९ ५-गोदुल्में भगवानवा जन्ममदोत्तव 1 शद्ध४ ० ६-पूतना-उद्घधार हल * १६८ ७-शफ्ट भज्ञन और तृणावर्त-डद्धार न्ल्हश्प६ ८-नामसरणसस्कार और बाछलीटा ४ १६१ <-श्रीरृष्णणा ऊसल्से बाँधा जाना * १७६ १०-यमलाजुनवा उद्धार. *** *** श्टड ११-गोउल्म बृन्दावन जाना तथा वत्सासुर और बगामुरता उद्धार हे ९ १९० १२-अपासुखा उद्धार न्ड्ड न १९७ १३-बअञ्याजीरा मोह और उसका नाश *** २०४ १४-अक्षाजीऊे द्वार भगवानकी स्त॒ति ४ २१४ १०-चैनुपासुखा उद्धार और ग्वालबालेंगे बाल्यिनागके विपसे बचाना * २२४ १६-वाल्थिपर कृपा हल हज “कह १७-बाल्यिके काल्यिदहम आनेकी कथा तथा भगवानका ब्रजवासियोंकी दावानल्से बचाना * २४१ १८-प्ररम्बामुरुउद्धार द्दः “* २४५ १९-गौओं और गोपोंगों दावानलसे बचाना. *** २४९ २०-बर्षो और शरद्‌ ऋतुका वर्णन *** सर २१-चैघुगीत **' २५८ २-ची रहरण ह ४ २६३ २३-यशपत्नियोपर कृपा अंडर +** २७४ २४-इन्द्रयश् निवारण हक 7 २८१ २५-गोबर्घनघारण हर ** २८५ २६-नन्दबायारे गोपोफी भ्रीकृष्णके प्रभावके विपयर्म बातचीत हं २८९ २७-श्रीकृषण्य अभिषेक. /* ** २९३ २८-बरुणलेकसे नन्‍्दजीको चुड़ाकर छाना.._ *”' २९६ २९-रासलीलाका आरम्भ. 7 8ह5 शहद ३०-श्रीकृष्णके विरहमे गोपियोंकी दशा *१ ३०८ ३१-गोपिकागीत ड्ड्ड ४ शे१५ ३२-भगवानका प्ररूद होकर गोपियोंको सान्वना देना ३१९ ३३-महारास लक *** हर ३४-सुदर्शन और शह्ृ॒चूडका उद्धार “ ३३९ ३५-युगल्गीत +** शेड ३६-अरिशसुरफरा उदार और कसका श्रीअक्रजी को बज भेजना हम * ३४९




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now