कल कहा था किसी ने | Kal Kaha Tha Kisi Ne
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
605 KB
कुल पष्ठ :
100
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)बाहर
वे हाय हैं
उनमे खबके हैं
श्रविष्य की
उनमे हृदव हैं
वे उछलकर हँखते हैं
हवा बबनी है
खरने नया शरक्षित बदता है
कोई तृकान छुज7 यया है बाहर
हवा डछ स्वत्य है /
बाहर
गरोलित व्रत हैं
हफ़ती एरबयाहुर
प्रयय की मुहितयों से कद
तयाय क्षेत्र भवशीत /
बाहत्--
प़्वी
वेगवान्
ग्रवी ही श्वी
चबापे ओर
कागज की/किशतियों के
बियर हुआ
प़्वी
अयाह
हवा बन्द
वारदेवी
उव्ातत
कल कहा था किसी ने /25
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