श्री अथ चरक संहिता | Shri Ath Charak Sanhita

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Shri Ath Charak Sanhita  by रामप्रसाद - Ramprasad

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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(२) चस्कर्सदिता- मिपय, पृछ्छक, विपयग्र, ईशंक. दोष मेदसे प्रयोध.... «.. ««» ० आसिक्तत्तीरीयद्धितीयवाजीक- शिखाजीवमें कुष्म्य आम रणपाद. ण्श्र्‌ शिलाजीतमें पभ्य ... दल ग- अ! पंशिका हि ४ शिणजीतके गुण ... रच *+ ६०१ | दृष्यवूपालिका 9... ही .... 0३३ आखुर्वेदेसम॒त्यानीयनामकचतुर्थ- रसायनपाद)। .... / ऋषियों शरिसाण्यगमन...... न इन्द्रशा रखायमउपदेश बह न्न शिविर एन्लाए्यायन च्् न बह: फल्जुं द्रोणीफ्रवेशिक द्रव्य रसायन «५० दुल्ड इन दिव्यरस/यनोंतों सेवन करसेती योग्यता ९०६ साधारणननोंके लिये अन्‍्यरसायन हा इसके गुण नह श्् चुटी प्रवेशयोग्य मनुष्य. ««« डर 2 छुटी अ्रवेशके अयोग्य ब्ब्ड ऐ;। कुपय्यसे उत्पन्न रोगोंमें चिकित्सा बडे रसायनके योग्य मनुष्य... «# असायनके अयेग्य ... अख्िनीकुमारोंकी प्रशंसा. «-« बे आणाचायेश्े रक्षण,.« ब्डई > ९१९ बैयको पिजातित्व हु *०* दबर “सैयके लिये कर्त्तव्य डर बा बैथको पुण्य कर ९१३ रु भादका उपसंद्यार ..+ २ वबाजोकरण अध्याय 1 शरमूलीय प्रथम वाजोकरुण पादू ९१४ ह्ीकी प्रशसा + 'सतानार्थेयोग्यक्नीसे गमन. ««« न. ९१६ सैतानके विना पुरुषकी निन्‍दा ..« छुऋू.. है संतानयुक्त पुए्पकी प्रशंसा. «०० गन ११७ सुष्यगुटिका बब७ ब्ब्ड आर धाजीकरण घन ««« न +*०.. ९१८ जाजीकरणपिण्डरस .. . हलक ४ जप दृष्यरस... बहन हर न. $२० भन्यरष्यरस ब्रब कण» बड.. ृष्य झष हर सह बा शुकूटमांससस. ... कह बह अण्डयोग हेड हब बन झ२१ अपत्यवास्कपेया ««« न बह खष्यक्षीर * कि इंप्पपत, ७. ००. जो. बे, 3. बाजीररणरमाल ,.. बच कद वृष्यदुग्धादन ५... -- नल आप राक्षमयोग सम ४४१71. पादेवः उपसंहदर ,.. न माषप्णनामकत॒ृतायवाओकर- णपाद. * रद बौयेग्डेक दूध... «५० हर सृध्यलपसी हल बज. >>» २७ श्प्यक्ीर ३४६ झलक: गे चेक दिद्धदूध . डे ग्ग्न ब्क् पिष्पलयुक्तघारोंणदूध ४३ ब+ ९२८ यृष्यपायस ( रीर ) गगन छह... हैं वाजीकरण पूपालिशा न छा ०४ बरष्यध्ठत ... बंप बज डिरेंद मधूऊ़ योग हर हबः शा नित्यदूघइतके सेबनका गुण... बह मिन्रसण्डटीका निवास ध कक ते कामोत्यादरुकर्म ५३ न. ९५३० इर्षेत्पादक ऋमदेवके अछ ... मल प दस उपसंद्वार ... ६३१ पुमान्‌ जातचला|दकचतुथ वाज्य- करणपाद, बृध्यप्रयोगविधि .... ड् ९३२ डृष्यमांसपुटिका * डे बा माहिपरसयोग ९३३ मत्स्थमोसयोग अली गा के राक्षसी पूर्पाछिका ... कह सके. चैलअवद्धेक परमोत्तम पूपलिशा शेड परमस्ययोय.. ... के. खढ। 2 शृष्यघत , .. 2०७: नर बब् परृप




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