विश्व प्रसिद्ध जन क्रांतियां | Vishva Prasidh Jan Krantiyan

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Vishva Prasidh Jan Krantiyan  by अभय कुमार दुबे - Abhay Kumar Dubey

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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जेफरीज की गिरफ्तारी कैथालिक धम म दीक्षित कर दिया गया। प्रोटस्टट इस नयी घटना से काफी चोंक गये। उह लगाकि अब प्रोटेस्टट विलियम की पत्नी मेरी इग्लेंड की गद्दी की उत्तराधिकारी नही बन पायगी। साथ म यह अफ्वाह भी फैल गयी कि वह बच्चा असल म रानी क गर्भ सं नही जमा बीक केथालिको वी साजिश का नतीजा हं। लदनवासिया ने अपनी इन भावनाआ का प्रदशन सात विशपा दी रिहाइ का उत्सव मना कर क्या। वबिशप दण्डमाचन वी घाषणा का विराध करन के लिए गिरफ्तार हए थ। क्राति वी घडी मजदीक आ पहुची। प्राटेस्टटो ने मैरी और चिलियम को अपना नतत्व करन क लिए आमंत्रित क्‍्या। विलियम प्रोटस्टटवाद आर स्वततता की टिफाजत करन का उद्देश्य लेकर अग्रजों की धरती वी तरफ चला। राजा की तरफ से उसे रोकने ऑर पक्रडन के लिए जॉन चचिल (1001 (॥प्रा०या) को भेजा गया। 3 नवबर 1688 को टोरबे (10105५) मे विलियम न॑ इग्लेंड मं कदम रखा ओर चर्चिल वी फौज का सामना किया। पर चंचल का विलियम म भविष्य का सम्राट दिखायी द रहा था। उसन अपनी फाज विलियम क नतत्व म द दी। जम्स का लगा कि उसव साथ अब काई नही रहा। उसने पलायन क्या और फ्रास मु शरण ली। लूई चौदहव न अपन शत्रु विलियम क शत्रु का हाथो हाथ लिया। विलियम और मरी को नय राजा और रानी क रूप म स्वीकार कर लिया गया। विलियम न॑ जम्स चर्चिल की उसकी सेवाआं क लिए ड्यूक ऑफ मार्लबरा अनाया। यह एक स्वर्णिम रक्‍तहीन क्रांति थी। इसमे कोई सून-घराबा नही हुआ था। जम्स क जज जफरीज जैसे सलाहकारा ने भागने की कोशिश की पर उन्ह॑ पकड लिया गया। इस सब के बावजूद ससद का ज॑म्स की उहडताआं बी कडवी याद भूली नही थी। उसने नय राजा-रानी पर सौ फीसदी विश्वास नही किया। उसने विलियम और मैरी वा ग्ठ




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