रिमझिम | Rimjhim
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
985 KB
कुल पष्ठ :
130
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)छकर अन्तर के तारों को
छिपक्र गानें वाली कौन?
जगती के नीर॒स मरुथलू पर
रस वरसाने वाली कौन?
» “६ ॥ <ज८)
कभी हँसाती, कभी रुलाती
पागल मुझे वनाती कोन?
वरसाने की राघारान॑।
बनकर रास रचाती कौन ?
अपने मूक भधुर भावों के
कुछ रहस्य भी खोलो तो,
भूली-सी पहचान सलोनी
वोलो, कुछ भी बोलो तो।
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