श्रीमन्नन्दीसूत्र | Shrimannandisutra
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
296
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)नन्दीबप्के सम्पादन आदि कार्येमें संग्रहीत प्रत्प:
प्रन्थमाम प्रकाशक या पभापतिस्थान-
है भी गन्वीमी सूत्र भीराम पमपति्सिंद धद्ाइरका
सख्यगिरि पूृक्ति व घालावधोप. आगमसंप्रह-मजीम बस ( मा ४५)
१ झीमश्रम्दिसूजस विजपड्मतसूरिर्सशोभित
चूर्णि द्वारि दृत्ति इन्चौरसे सवित
३ नम्दीसूज मूछपाठ छोटेछाक् यति जीवनकार्योकृय अजमेर
8 शम्वीसूत्र छासा छलपेबसद्यायवी म्वाधाप्रशा
पूं अमोसककझविकीकृत इसी अध्देरी, दक्षिण देवाबार
हिस्तीसावानुवावसहित
७ लम्रीसूज़म-मठ्यमिर्तित ठीझा आयसोइय-लमिति सरत
इ प्स्दीसशवृत्ति मूससक्षित भाण्डारकर प्राध्य विधा संशोधन
जचचिकार मशयमिरि सं. १४७७ मंदिर पूछा
७ छुदृत्कस््पसाह्स समाष्य (प बिसाग) जैन आस्मानम्त्र समा, सावभसर
८ ममषती सूत्र तू. मा पण्डित मयवानग्ाल लम्पादित
गुजरात विदयापीठ, अमपाभाद
९ अधमामजी कोप इातावधाती सुनिभी रश्मअंशली महाराज
सम्पादक-चम्बई स्या. कॉन्फरल्त
१० अभिषातराजेंत्र
रतबाम
श्१ भीमावह्पकतिवक्तितीपिका गुरूमर्चइ रुस््छुमाई, सावनगर
मे बिसाग
श्र 0745४) म्् पृष्चंद छास्चमर्त, सृंदई
उछुतीय माम
१९ पाइससइमहण्णझो पण्डित इरमोबिफ्शाश टी सेठ, प्याप
स्याकरणतीर्थ, कसकत्ता
१४ रायपशेणइप-छुक्त टीका सुर्भर प्रस्यएन कार्योकृप अम्दाबाब
डिप्पाणिसमेत
१ शमवामांय आयगमोइय समिति सूरत
अमयदेव सरिकृत धीका
१६ पोस्मरसार लीवकाण्ड परमश्चत प्रमभावक सण्डक्ष
जब्देरी बजार पृर्था
१७ श्यार्भाव आममोबव समिति, सूरत
१८ भद्यवोगव्ार अर रा तक
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