वैद्यकपरिभाषाप्रदीप | Vaidyak Paribhasha Pradip
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
174
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)चर
विषय: पृशट्टाः
अम्लमुछक-» नह “« ०३
केटिेरे,नर जम नमन जभक 2)
सक्र, ददखित् और मयित.
दोधिकविका और तक
कूथिका --«
सुक्त, सीधु और आसव
मेरय और भाणएाद
बटक-«*
कृशरा वा विशरा. «
सुक्त्वूक्क
आसव भार ऑरए--
सीध और प्तत्रा.-«
कपदग्वरी, जग
मेंदुक मद्य
बुक्षस भीए किछक
बारुणी वा ताड़ी «« ४«
शुड्सुक्त »त “ह४+
झुक्त «०
जुपाम्बु और सौधीर +««
कोंगी
चूसरी भांतिकी कोजी और
मुषोदक-
बनानेके उक्षण «७
शिए्डाकी «««*
ख
क+०8.. १*९%
१०४
न
आर
हह्क+ न]
मधुसुक्ता ७* न. पै०८
चड़ूयूपऔर काम्बछिकयूए..
सुपुपा७छ नभ नम बल. .9म
मेंघ «« «हू बऋ >> शा
डच्णोंद्क हा बन. रैक
द्विविप आऔषधिके शुण ++« नर
शीएरा पष्ड तमात 1
वैद्यकपरिभाषाप्रदीपका सूचीपय।
दिपपा: पृथठझ्:
चतुर्थ खण्ड ।
पैचकर्म, -«० नल #». ०९
पचकर्मविधि ह०.. है०
पमन_ जे पोज कर
घमनका योग्यकाझ_ «» १११
श्रेष्ठ वमतके छक्षण. «»« (२
अश्रेष्ठ वमनके दोष «» ११३
अंतिवमनके दोप के
वमनओऔषधिफी मात्रा ##
वमनानषेध ० न» पैर
चमनके योग्य और अयोग्य.. ७
बवमनके रखकी मात्रा «« १३१
चमनके छिये और ओपधि-
योकीमाश -« «5 ४?
इसि वमनभधिकार
विरेधन «न बूथ अल. 2?
विरेचनके गुण »«» ««. ?
विरेचननिषेध ..७ «० १२०
विरेचनके योग्य एड्य.. 7
विरेचनकी मात्रा
मद, मध्य ओर ऋरकोठ-
प्रदसे श्स्चिक ओपपिी
साहा «०० जलन तक७ 1 मे
घमनधिरेंचनकी चारप्रकार
झुद्धि ०» ही | रि
धर विरेचतके छक्षण .... १२३६
अश्रेष् विरिचनके रक्षण फ
अधिक पिरेबनदे छक्षण...... ११४
विश्वननिषेध.... ,» १२५
इति विरेचनअधिकार »... ४!
नर्य «««
पंचदिध नस्य
“| उकन हि
का
User Reviews
No Reviews | Add Yours...