अथर्ववेद मातृभूमि और स्वराज्यशासन भाग 2 | Atharvaveda Matrabhumi Aur Swarajyashasan Bhag 2

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Book Image : अथर्ववेद मातृभूमि और स्वराज्यशासन भाग 2  - Atharvaveda Matrabhumi Aur Swarajyashasan Bhag 2

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अधवैवेद-- माहुमूमि और स्वराज्यमासतर विषय ढ थे धर कम क मूमिया १ । जततवित्त परमार 8३ माहभूमिका वैदिकीत (शा.१२ एृ.१)... १६. एरष्य हम हरि मापुभूमिका बैदिक-गीत १७. राजादा पेच्य (रॉ. ७६९१ ) 8 पृष्का उपयोग २६. राजाका करे [४.७ हु. ९२) ह१ पा] २३ | प्रणाका कतंय (३.०६ ९३) हे बोधात्महान भर एक ह१। राजाक्म फर्तव्य (रो, ७ हू. ८४) ६५ (1) अप्यामवल २३... राजारा कतेम्य ्ई 18 ) (२5 है दाता क्याशार्य को) ] शर्त है! राणका कर्तव्य (हां. ७३ ०५) 8० रे ऋए 8] | एज पर्तग्प (६६ ७ पु. ८९) हे वानोंढा ऋण 8९ | राजाकी स्थिरता [ हा. ६ हु. ८८ ) ६८ मेजोंकी संगति 80 | हिएएवाके लिए हट विद (# 4. १०) # | ये ऐश्ययेंशो पृदि (७ ६ ६.९४)... ६ विशार्‌ ७७ | राजाका राज्यामिपक (%, ९, ६. ८) हरे शामपेनृहा हुए ५७ | राजाका शब्याम्रिपेफ ४ ( ! ) दिरद, रिण शाप ५० |. शग्यामिषेषठ छा (२) बिशादू, दिष्प कामप्ेनू ५१ | हमाणर राशविस्ताए ७! 1३1 दिएद पौ ४१ होन राजा होता है? ३ राष्ट्रीय एपेण ५९ | राजा और राज्ञाके बननिवाले ( रं, ५ (०५) ७६ राष्ट्री देवी (का. ४, ६६ १० ) ५४... राजा और राजाके परामेदाले हह शादी देवी ५३ दर्ब-मणि च्प रापौ देही ५६, धाद्ुका तिम बतना ७९ भष्पात्तिक भावार्ष ४! शजाहों विर्माथ करेदाते ७५ आष्याएएए रुका पुर ९ आिसोतिक भावाष ९३ न व 1 रा १) के हम रा््रोप अर्पशा मत पछ राजे ताक 1 अ की हे एसी अतुशति ( णे- ५ हू. (२) ६० | एशनरे सदम्पपर दूत शाप (४ ३६३)38 हि राजाका घुदाद (सं ३ ६. २) ५९ राष्ट्रबभाफी अजुरुति है! | राजाड चुकद ० साय छोडरंएहि- एशशण! है| दूईपईए ८8 शुपमा ६६! बाहर! दा झततभाश ब्रधिष्ाए ६३... पौदामदि पाप ८! राग शिर है? विशेषी लूण दर राशाहे शिक्षक हरे बहु हु दे हाहद सापवादी हों ६३ शनाका दुगाद ३ कैब प्रदाह सौर शिशतशाहा ६२ पश्नहाश्ा बाह़व 48 राफाहा भाष पए.. एहोंण विभाग दा कै




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