अथर्ववेद मातृभूमि और स्वराज्यशासन भाग 2 | Atharvaveda Matrabhumi Aur Swarajyashasan Bhag 2
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
8 MB
कुल पष्ठ :
355
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अधवैवेद--
माहुमूमि और स्वराज्यमासतर
विषय ढ
थे धर कम क
मूमिया १ । जततवित्त परमार 8३
माहभूमिका वैदिकीत (शा.१२ एृ.१)... १६. एरष्य हम हरि
मापुभूमिका बैदिक-गीत १७. राजादा पेच्य (रॉ. ७६९१ ) 8
पृष्का उपयोग २६. राजाका करे [४.७ हु. ९२) ह१
पा] २३ | प्रणाका कतंय (३.०६ ९३) हे
बोधात्महान भर एक ह१। राजाक्म फर्तव्य (रो, ७ हू. ८४) ६५
(1) अप्यामवल २३... राजारा कतेम्य ्ई
18 ) (२5 है दाता क्याशार्य को) ]
शर्त है! राणका कर्तव्य (हां. ७३ ०५) 8०
रे ऋए 8] | एज पर्तग्प (६६ ७ पु. ८९) हे
वानोंढा ऋण 8९ | राजाकी स्थिरता [ हा. ६ हु. ८८ ) ६८
मेजोंकी संगति 80 | हिएएवाके लिए हट
विद (# 4. १०) # | ये ऐश्ययेंशो पृदि (७ ६ ६.९४)... ६
विशार् ७७ | राजाका राज्यामिपक (%, ९, ६. ८) हरे
शामपेनृहा हुए ५७ | राजाका शब्याम्रिपेफ ४
( ! ) दिरद, रिण शाप ५० |. शग्यामिषेषठ छा
(२) बिशादू, दिष्प कामप्ेनू ५१ | हमाणर राशविस्ताए ७!
1३1 दिएद पौ ४१ होन राजा होता है? ३
राष्ट्रीय एपेण ५९ | राजा और राज्ञाके बननिवाले ( रं, ५ (०५) ७६
राष्ट्री देवी (का. ४, ६६ १० ) ५४... राजा और राजाके परामेदाले हह
शादी देवी ५३ दर्ब-मणि च्प
रापौ देही ५६, धाद्ुका तिम बतना ७९
भष्पात्तिक भावार्ष ४! शजाहों विर्माथ करेदाते ७५
आष्याएएए रुका पुर ९
आिसोतिक भावाष ९३ न व 1 रा १) के
हम रा््रोप अर्पशा मत पछ राजे ताक 1 अ की हे
एसी अतुशति ( णे- ५ हू. (२) ६० | एशनरे सदम्पपर दूत शाप (४ ३६३)38
हि राजाका घुदाद (सं ३ ६. २) ५९
राष्ट्रबभाफी अजुरुति है! | राजाड चुकद ०
साय छोडरंएहि- एशशण! है| दूईपईए ८8
शुपमा ६६! बाहर! दा
झततभाश ब्रधिष्ाए ६३... पौदामदि पाप ८!
राग शिर है? विशेषी लूण दर
राशाहे शिक्षक हरे बहु हु दे
हाहद सापवादी हों ६३ शनाका दुगाद ३
कैब प्रदाह सौर शिशतशाहा ६२ पश्नहाश्ा बाह़व 48
राफाहा भाष पए.. एहोंण विभाग दा
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