वामनपुराण [हिंदी अनुवाद सहित] | Vaman Purana [With Hindi Translation]
श्रेणी : पौराणिक / Mythological
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
17.34 MB
कुल पष्ठ :
656
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about विभूति नारायण सिंह - Vibhuti Narayan Singh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)फर्प्यि
जमेन अनुवाद
रामायण के प्रयम काण्ड का भनुवाद ४. ०तणत द्वारा १८९७ में तथा द्वितीय काण्ड का स्वतस्त्र पधयात्मफ
अनुयाद है सणडण्णण्० द्वारा किया गया ।
महाभारत के अनेक उपास्यानों के जर्मन अनुवाद प्रकासि हुए, जैसे शादुन्तरोपारूयान का १८३३ मैं,
नरोपास्यान का १८६३ तथा १९२९ में, मत्स्योपाख्यान का १८२९ तथा १८९९ में एव साविव्युपास्यान का
१८८९, ८३१६ एव १८९७५ मैं जर्मन विद्वानों द्वारा जनुवाद अ्रकाशित किये गये ।
भागवत पुराण के तामिठ रूपास्तर वाले फ्रेंच अनुवाद का जर्मन भाषा में १७९१ ई० में अनुवाद क्या
गया इसका उस्टेख किया जा चुका है ।. गरुडपुराण के प्रेतकल्प (सारोद्धार का £ ००8४ ने जर्मन मेँ अनुवाद
किया |
मार्कण्डेय पुराण के हरिइच द्रोपास्यान का ? छिपण०७ द्वारा १८५४ में अनुवाद किया गया |
विष्णुपुराण के 'पुरूरवा तथा उवंशी' आछ़्यान का जर्मन अनुवाद एटाठितत द्वारा किया गया तथा
कृष्णटीरा विपयक ५ वें अश का अनुवाद है £ि०्णे द्वारा १९१७ में प्रकाशित किया गया ।
अँप्रेजी अनुवाद
रामायण का पथातमिक अम्रेजी अनुवाद 8 '? ७ द्वारा ५ भागों में बनारस से १८७० ७४ दे० में
प्रकाशित किया गया ।. रामायण का एक अप्रेजी अनुवाद एम० एन० दंत द्वारा कलकते से १८९२-९४ में
प्रकाशित किया गया ।
महाभारत के संपूर्ण ग्रम्थ का अनुवाद क्शोरी मोदन गगोली ने अप्रेली में किया जो कठकते से १८८४ ९६
में प्रकाशित हुआ । एम० एन० दत्त द्वारा महाभारत का दूसरा अप्रेंजी अनुवाद १८९५-१९०५ में कटकतते से प्रफा-
शित किया गया । नछोपासूयान का एक अम्रेली अनुवाद शै०शा6ा एसए॥6प्प8 द्वारा रै८६० में प्रकाशित किया
गया। सावियुपार्यान का. अप्रेली अनुवाद छिएाफिधि द्वारा १८५२ में तथा 7. धैण्ण द्वारा ८८० में
प्रकाशित किया ।
विष्णुपररण का अप्रेजी अनुभद मथम बार विस्सन ( से सा. फया5०ण) द्वारा रडन से १८४० में प्रकाशित
किया गया ।. इस अनुवाद का एक नवीन सश्करण पुथी पुस्तकालय द्वारा १९६१ में प्रकाशित किया गया है।इस
पुराण का एक अन्य उंप्रिली बनुवाद एम एन दत्त ने कुटकते से १८९४ में प्रकाशित कराया ।
मार्कप्डेयपुराण का मप्तिद्ध अंप्रेबी अनुवाद पार्जिटर (2* ए एशाटर20) द्वारा १८८८-१९०५ में प्रकाशित
फिया गा ।
माकेण्डेयपुराण के दरिदचन्दोपास्थान का अंप्रेवी अनुवाद भी मे. हएर द्वारा 0पट्टरण81 िधशड, इय$
पड मैं किया गया।
देवीमादास्य का. एक अंग्रेदी अनुवाद चेंकर राय स्वामी द्वारा १८२३ ई० में कलकते में प्रकाशित किया
गया।. इसका एक अंप्रेरी अनुदाद सांस्शतिक अप्ययन सदिठ टा० चाधुदेवशरण थप्रदाल ने भी किया है, जो
सर्वमारतीय काशिराब-्यास द्वारा १९६३ में प्रकाशित किया गया है !
अम्िपुराण का अंप्रेदी अनुवाद थे से 0०६ दवा १९०१ में कटकतते से प्रकाशित किया गया ।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...